Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Nov 2016 · 1 min read

मेरी कली

उसकी यादों की खुशबू से,
महकती है बगिया मेरी,
उसका ही ज़िक़्र रहता है,
अब हर गुफ़्तगू में मेरी,

उसके बिन गुज़र जातीं हैं,
मेरी रातें तो तन्हा,
पर ये खयाल आता है,
कटेगी कैसे तन्हा उम्र मेरी,

कि आज भी दौड़ता है रगों में,
जूनून-ए-लहू उसके इश्क़ का,
कि आज भी जिन्दा है,
उसे पाने की उम्मीद मेरी,

मैं सोचता हूँ अक्सर,
ये जाग कर रातों में,
यूँ उदास हैं ये दिन उस बिन,
ख़फ़ा सी हैं रातें मेरी,

कि क्या मंजर होगा उस वक़्त,
लेगी थाम वो हाथ किसी और का,
सिसकती हुई, अनमनी-सी,
जब किसी और की हो जायेगी कली मेरी!!

Language: Hindi
274 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सम्मान
सम्मान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
यादों के गुलाब
यादों के गुलाब
Neeraj Agarwal
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
चाँद
चाँद
Atul "Krishn"
" करवा चौथ वाली मेहंदी "
Dr Meenu Poonia
*माँ शारदे वन्दना
*माँ शारदे वन्दना
संजय कुमार संजू
*चलो नई जिंदगी की शुरुआत करते हैं*.....
*चलो नई जिंदगी की शुरुआत करते हैं*.....
Harminder Kaur
भाई
भाई
Kanchan verma
मै पैसा हूं मेरे रूप है अनेक
मै पैसा हूं मेरे रूप है अनेक
Ram Krishan Rastogi
*वोट हमें बनवाना है।*
*वोट हमें बनवाना है।*
Dushyant Kumar
"कोरोना बम से ज़्यादा दोषी हैं दस्ता,
*Author प्रणय प्रभात*
संजय सनातन की कविता संग्रह गुल्लक
संजय सनातन की कविता संग्रह गुल्लक
Paras Nath Jha
[28/03, 17:02] Dr.Rambali Mishra: *पाप का घड़ा फूटता है (दोह
[28/03, 17:02] Dr.Rambali Mishra: *पाप का घड़ा फूटता है (दोह
Rambali Mishra
हाथ कंगन को आरसी क्या
हाथ कंगन को आरसी क्या
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
माथे की बिंदिया
माथे की बिंदिया
Pankaj Bindas
गरिमामय प्रतिफल
गरिमामय प्रतिफल
Shyam Sundar Subramanian
* मुझे क्या ? *
* मुझे क्या ? *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
विनती मेरी माँ
विनती मेरी माँ
Basant Bhagawan Roy
चाँद से बातचीत
चाँद से बातचीत
मनोज कर्ण
हसीब सोज़... बस याद बाक़ी है
हसीब सोज़... बस याद बाक़ी है
अरशद रसूल बदायूंनी
पंखों को मेरे उड़ान दे दो
पंखों को मेरे उड़ान दे दो
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
रहने भी दो यह हमसे मोहब्बत
रहने भी दो यह हमसे मोहब्बत
gurudeenverma198
तुम मेरा साथ दो
तुम मेरा साथ दो
Surya Barman
अज़ल से इंतजार किसका है
अज़ल से इंतजार किसका है
Shweta Soni
दर्द और जिंदगी
दर्द और जिंदगी
Rakesh Rastogi
मेरी सोच~
मेरी सोच~
दिनेश एल० "जैहिंद"
हम उसी समाज में रहते हैं...जहाँ  लोग घंटों  घंटों राम, कृष्ण
हम उसी समाज में रहते हैं...जहाँ लोग घंटों घंटों राम, कृष्ण
ruby kumari
बढ़कर बाणों से हुई , मृगनयनी की मार(कुंडलिया)
बढ़कर बाणों से हुई , मृगनयनी की मार(कुंडलिया)
Ravi Prakash
*सुनकर खबर आँखों से आँसू बह रहे*
*सुनकर खबर आँखों से आँसू बह रहे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Loading...