Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Mar 2021 · 1 min read

मेरी कलम मेरी जुबां

लबों को बोलने में हिचकिचाहट है बेशक
पर मेरी कलम भी जुबां से कमतर नहीं है ।

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 4 Comments · 318 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
#लघुकथा-
#लघुकथा-
*Author प्रणय प्रभात*
जिम्मेदारियाॅं
जिम्मेदारियाॅं
Paras Nath Jha
3214.*पूर्णिका*
3214.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Yash Mehra
Yash Mehra
Yash mehra
ईश ......
ईश ......
sushil sarna
-अपनी कैसे चलातें
-अपनी कैसे चलातें
Seema gupta,Alwar
#मायका #
#मायका #
rubichetanshukla 781
न चाहे युद्ध वही तो बुद्ध है।
न चाहे युद्ध वही तो बुद्ध है।
Buddha Prakash
मैं स्वयं को भूल गया हूं
मैं स्वयं को भूल गया हूं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ज़िन्दगी की गोद में
ज़िन्दगी की गोद में
Rashmi Sanjay
*सदा गाते रहें हम लोग, वंदे मातरम् प्यारा (मुक्तक)*
*सदा गाते रहें हम लोग, वंदे मातरम् प्यारा (मुक्तक)*
Ravi Prakash
"होरी"
Dr. Kishan tandon kranti
"मेरे किसान बंधु चौकड़िया'
Ms.Ankit Halke jha
यूँ तो कही दफ़ा पहुँची तुम तक शिकायत मेरी
यूँ तो कही दफ़ा पहुँची तुम तक शिकायत मेरी
'अशांत' शेखर
सभी भगवान को प्यारे हो जाते हैं,
सभी भगवान को प्यारे हो जाते हैं,
Manoj Mahato
हद
हद
Ajay Mishra
प्यार का पंचनामा
प्यार का पंचनामा
Dr Parveen Thakur
मतिभ्रष्ट
मतिभ्रष्ट
Shyam Sundar Subramanian
सूर्ययान आदित्य एल 1
सूर्ययान आदित्य एल 1
Mukesh Kumar Sonkar
मन की आंखें
मन की आंखें
Mahender Singh
"मैं एक पिता हूँ"
Pushpraj Anant
कब तक जीने के लिए कसमे खायें
कब तक जीने के लिए कसमे खायें
पूर्वार्थ
कवि मोशाय।
कवि मोशाय।
Neelam Sharma
💐अज्ञात के प्रति-78💐
💐अज्ञात के प्रति-78💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
1-कैसे विष मज़हब का फैला, मानवता का ह्रास हुआ
1-कैसे विष मज़हब का फैला, मानवता का ह्रास हुआ
Ajay Kumar Vimal
एक नासूर ये गरीबी है
एक नासूर ये गरीबी है
Dr fauzia Naseem shad
तुम कहो कोई प्रेम कविता
तुम कहो कोई प्रेम कविता
Surinder blackpen
ध्यान
ध्यान
Monika Verma
Tera wajud mujhme jinda hai,
Tera wajud mujhme jinda hai,
Sakshi Tripathi
मुझे याद आता है मेरा गांव
मुझे याद आता है मेरा गांव
Adarsh Awasthi
Loading...