Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 May 2020 · 1 min read

मेरा स्कूल खुलेगा कब

घर बैठे-बैठे सेवानिवृत्त की भावना आ गई
छुट्टी में भी छुट्टी ना हो ये कामना आ गई

सुबह जल्दी से काम निपटा कर जाते थे स्कूल
बने आलसी हम ,जीवन में रहा न कोई रूल

छात्रों का कोलाहल, रसोइयों की तकरार से
ये जांच, वो रिपोर्ट हेडमास्टर रहते बेजार से

बच्चे क्या जाने इस महामारी कोरोना को
छोड़ आनलाईन पढ़ाई देखें कार्टून, खिलौना को

कोरोनावायरस से घबराया दुनिया सारा
जाने कब खुलेगा मेरा स्कूल प्यारा-प्यारा

नूरफातिमा खातून” नूरी “

Language: Hindi
5 Likes · 2 Comments · 333 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सावन भादो
सावन भादो
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
उच्च पदों पर आसीन
उच्च पदों पर आसीन
Dr.Rashmi Mishra
तुमसे मोहब्बत हमको नहीं क्यों
तुमसे मोहब्बत हमको नहीं क्यों
gurudeenverma198
माटी तेल कपास की...
माटी तेल कपास की...
डॉ.सीमा अग्रवाल
मौहब्बत में किसी के गुलाब का इंतजार मत करना।
मौहब्बत में किसी के गुलाब का इंतजार मत करना।
Phool gufran
*हथेली  पर  बन जान ना आए*
*हथेली पर बन जान ना आए*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
एक अणु में इतनी ऊर्जा
एक अणु में इतनी ऊर्जा
AJAY AMITABH SUMAN
****शीतल प्रभा****
****शीतल प्रभा****
Kavita Chouhan
कोई भोली समझता है
कोई भोली समझता है
VINOD CHAUHAN
नई शिक्षा
नई शिक्षा
अंजनीत निज्जर
बिहार के मूर्द्धन्य द्विज लेखकों के विभाजित साहित्य सरोकार
बिहार के मूर्द्धन्य द्विज लेखकों के विभाजित साहित्य सरोकार
Dr MusafiR BaithA
सुख -दुख
सुख -दुख
Acharya Rama Nand Mandal
"भक्त नरहरि सोनार"
Pravesh Shinde
*सर्वोत्तम शाकाहार है (गीत)*
*सर्वोत्तम शाकाहार है (गीत)*
Ravi Prakash
कीमती
कीमती
Naushaba Suriya
हमारा फ़र्ज
हमारा फ़र्ज
Rajni kapoor
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
हमारी सोच
हमारी सोच
Neeraj Agarwal
"कुछ रास्ते"
Dr. Kishan tandon kranti
वैसा न रहा
वैसा न रहा
Shriyansh Gupta
बोलो ! ईश्वर / (नवगीत)
बोलो ! ईश्वर / (नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
मां का घर
मां का घर
नूरफातिमा खातून नूरी
3223.*पूर्णिका*
3223.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
घमण्ड बता देता है पैसा कितना है
घमण्ड बता देता है पैसा कितना है
Ranjeet kumar patre
हार्पिक से धुला हुआ कंबोड
हार्पिक से धुला हुआ कंबोड
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
दीप आशा के जलें
दीप आशा के जलें
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
नौ वर्ष(नव वर्ष)
नौ वर्ष(नव वर्ष)
Satish Srijan
गांव की बात निराली
गांव की बात निराली
जगदीश लववंशी
मूर्ख जनता-धूर्त सरकार
मूर्ख जनता-धूर्त सरकार
Shekhar Chandra Mitra
चाय-दोस्ती - कविता
चाय-दोस्ती - कविता
Kanchan Khanna
Loading...