Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jan 2021 · 1 min read

मेरा बिस्तर

तेरी याद का मारा बुलाता तुझको है मेरा बिस्तर
खूब तराशा सजाया तेरे गम ने मारा है मेरा बिस्तर

घर से निकलकर तो देख तेरी गैर मौजूदगी में जरा
दीवारों से बातें करता रहता यह प्यारा मेरा बिस्तर

फिर कभी काम नहीं आयेंगे ये मेरे आसुँ संभाललें
यादों के जंगल में आवाज देके पुकारा मेरा बिस्तर

गर सुनने को तैयार है तो सुन जरा ध्यान से सनम
वापिस आ तुझे दर्द में दिखेगा तुम्हारा मेरा बिस्तर

किसने लगाया मरहम वक़्त के सिवा यहाँ पर सुन
तेरे यादों के संग वक्त ही वक़्त गुजारा मेरा बिस्तर

फूलों की ख्वाईश मधुर मिल्न के साक्षी बनने की
देखा ना हो कभी भी ऐसा फिर नजारा मेरा बिस्तर

अशोक सपड़ा की कलम से दिल्ली से
9968237538

266 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
#राम-राम जी..👏👏
#राम-राम जी..👏👏
आर.एस. 'प्रीतम'
💐प्रेम कौतुक-476💐
💐प्रेम कौतुक-476💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मुझे तेरी जरूरत है
मुझे तेरी जरूरत है
Basant Bhagawan Roy
अम्बे तेरा दर्शन
अम्बे तेरा दर्शन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
"ज्ञ " से ज्ञानी हम बन जाते हैं
Ghanshyam Poddar
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
खाएँ पशु को मारकर ,आदिम-युग का ज्ञान(कुंडलिया)
खाएँ पशु को मारकर ,आदिम-युग का ज्ञान(कुंडलिया)
Ravi Prakash
हर खिलते हुए फूल की कलियां मरोड़ देता है ,
हर खिलते हुए फूल की कलियां मरोड़ देता है ,
कवि दीपक बवेजा
तुमसे ही से दिन निकलता है मेरा,
तुमसे ही से दिन निकलता है मेरा,
Er. Sanjay Shrivastava
सूखी टहनियों को सजा कर
सूखी टहनियों को सजा कर
Harminder Kaur
हमारा भारतीय तिरंगा
हमारा भारतीय तिरंगा
Neeraj Agarwal
ऐ मेरे हुस्न के सरकार जुदा मत होना
ऐ मेरे हुस्न के सरकार जुदा मत होना
प्रीतम श्रावस्तवी
निकला वीर पहाड़ चीर💐
निकला वीर पहाड़ चीर💐
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
पहचान तेरी क्या है
पहचान तेरी क्या है
Dr fauzia Naseem shad
चली गई ‌अब ऋतु बसंती, लगी ग़ीष्म अब तपने
चली गई ‌अब ऋतु बसंती, लगी ग़ीष्म अब तपने
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"मदद"
*Author प्रणय प्रभात*
गीत
गीत
Shiva Awasthi
इश्क
इश्क
SUNIL kumar
लिखते दिल के दर्द को
लिखते दिल के दर्द को
पूर्वार्थ
हसरतों की भी एक उम्र होनी चाहिए।
हसरतों की भी एक उम्र होनी चाहिए।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
उर्वशी की ‘मी टू’
उर्वशी की ‘मी टू’
Dr. Pradeep Kumar Sharma
संघर्ष के बिना
संघर्ष के बिना
gurudeenverma198
* सत्य पथ पर *
* सत्य पथ पर *
surenderpal vaidya
चाहिए
चाहिए
Punam Pande
आसमां पर घर बनाया है किसी ने।
आसमां पर घर बनाया है किसी ने।
डॉ.सीमा अग्रवाल
जब तक लहू बहे रग- रग में
जब तक लहू बहे रग- रग में
शायर देव मेहरानियां
तब जानोगे
तब जानोगे
विजय कुमार नामदेव
बेपर्दा लोगों में भी पर्दा होता है बिल्कुल वैसे ही, जैसे हया
बेपर्दा लोगों में भी पर्दा होता है बिल्कुल वैसे ही, जैसे हया
Sanjay ' शून्य'
"मयकश बनके"
Dr. Kishan tandon kranti
**जिंदगी की टूटी लड़ी है**
**जिंदगी की टूटी लड़ी है**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Loading...