Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Oct 2016 · 1 min read

मेरा बचपन

वो बस्ता लेकर भागना
सखी सहेलियों से
कानाफूसियाँ
भागदौड में
चप्पल टूटना
नाश्ते के डब्बे
कपड़ो पर स्याही के धब्बे
माँ से छुपाना
ओक लगाकर पानी पीना
खेल की छुट्टी में
बेतहाशा दौड़ना
घुटनों को तोडना
कपड़ों की बाँह से
पसीना पोंछना
किराए की साईकल
के लिए लडना -झगडना
छुप्पन-छुपाई ,गिल्ली -डंडा
सितौलिया ,भागमभाग
न ट्यूशन का टेंशन
न पहला नंबर लाने का झंझट
कितना प्यारा था मेरा बचपन
अब इस आधुनिकता की दौड़ में
कहाँ खो गया ये सब
आज के बच्चों का तो
जैसे छिन सा गया बचपन ।

Language: Hindi
472 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
देखकर प्यार से मुस्कुराते रहो।
देखकर प्यार से मुस्कुराते रहो।
surenderpal vaidya
प्यार हो जाय तो तकदीर बना देता है।
प्यार हो जाय तो तकदीर बना देता है।
Satish Srijan
ये जीवन जीने का मूल मंत्र कभी जोड़ना कभी घटाना ,कभी गुणा भाग
ये जीवन जीने का मूल मंत्र कभी जोड़ना कभी घटाना ,कभी गुणा भाग
Shashi kala vyas
डबूले वाली चाय
डबूले वाली चाय
Shyam Sundar Subramanian
मानसिक विकलांगता
मानसिक विकलांगता
Dr fauzia Naseem shad
23/216. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/216. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
# नमस्कार .....
# नमस्कार .....
Chinta netam " मन "
यादें
यादें
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
💐अज्ञात के प्रति-125💐
💐अज्ञात के प्रति-125💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
पुनर्जागरण काल
पुनर्जागरण काल
Dr.Pratibha Prakash
कितना आसान होता है किसी रिश्ते को बनाना
कितना आसान होता है किसी रिश्ते को बनाना
पूर्वार्थ
नारी पुरुष
नारी पुरुष
Neeraj Agarwal
अयाग हूँ मैं
अयाग हूँ मैं
Mamta Rani
ईश्वर का उपहार है बेटी, धरती पर भगवान है।
ईश्वर का उपहार है बेटी, धरती पर भगवान है।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
****वो जीवन मिले****
****वो जीवन मिले****
Kavita Chouhan
*नदारद शब्दकोषों से, हुआ ज्यों शब्द सेवा है (मुक्तक)*
*नदारद शब्दकोषों से, हुआ ज्यों शब्द सेवा है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
मोहब्ब्बत के रंग तुम पर बरसा देंगे आज,
मोहब्ब्बत के रंग तुम पर बरसा देंगे आज,
Shubham Pandey (S P)
🤗🤗क्या खोजते हो दुनिता में  जब सब कुछ तेरे अन्दर है क्यों दे
🤗🤗क्या खोजते हो दुनिता में जब सब कुछ तेरे अन्दर है क्यों दे
Swati
प्रेम और पुष्प, होता है सो होता है, जिस तरह पुष्प को जहां भी
प्रेम और पुष्प, होता है सो होता है, जिस तरह पुष्प को जहां भी
Sanjay ' शून्य'
अलमस्त रश्मियां
अलमस्त रश्मियां
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
कल मालूम हुआ हमें हमारी उम्र का,
कल मालूम हुआ हमें हमारी उम्र का,
Shivam Sharma
अपने जमीर का कभी हम सौदा नही करेगे
अपने जमीर का कभी हम सौदा नही करेगे
shabina. Naaz
आंगन को तरसता एक घर ....
आंगन को तरसता एक घर ....
ओनिका सेतिया 'अनु '
■ सुरीला संस्मरण
■ सुरीला संस्मरण
*Author प्रणय प्रभात*
दो दिन की जिंदगी है अपना बना ले कोई।
दो दिन की जिंदगी है अपना बना ले कोई।
Phool gufran
संघर्ष
संघर्ष
Sushil chauhan
खानदानी चाहत में राहत🌷
खानदानी चाहत में राहत🌷
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"तरीका"
Dr. Kishan tandon kranti
चले आना मेरे पास
चले आना मेरे पास
gurudeenverma198
किसको-किसको क़ैद करोगे?
किसको-किसको क़ैद करोगे?
Shekhar Chandra Mitra
Loading...