Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Jun 2017 · 1 min read

### मेरा कवि मन कहता है……

#### मेरा कवि मन कहता है….

@ दिनेश एल० “जैहिंद”

किसी मजलूम की आवाज़ बनकर
उसकी आवाज़ दूर-दूर पहुँचाऊँ ।
किसी लाचार, बेबस, पीड़िता का
बनकर मैं मसीहा हक़ दिलवाऊँ ।
मेरा मन अब तरसता है……
मेरा कवि मन कहता है……

किसी असहाय कृषक का बनकर
सहारा उसकी खुशियाँ लौटाऊँ ।
किसी अनाथ को सहारा मैं देकर
उसका मददगार अब बन जाऊँ ।
मेरा ईमान ये कहता है……
मेरा कवि मन कहता है …..

इन गीत-ओ-ग़ज़लों में मैं अब तो
उनकी पीड़ा समाज को दिखाऊँ ।
उनके ही दुख-ओ-दर्द की कहानी
बनाकर मैं सरकार को बतलाऊँ ।
मेरा ज़मीर ये कहता है……
मेरा कवि मन कहता है……

जो मजबूर, बेसहारा और बीमार हैं
उन दीन-हीनों की आवाज़ हो जाऊँ ।
जो कमज़ोर, नि:सहाय, दीनदुखी हैं
उनकी खुशियों का अंदाज़ हो जाऊँ ।
मेरा रोम-रोम कहता है…….
मेरा कवि मन कहता है…….
मेरा कवि मन कहता है…….

===============
दिनेश एल० “जैहिंद”
08. 06. 2017

Language: Hindi
Tag: गीत
357 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
#दोहा-
#दोहा-
*Author प्रणय प्रभात*
बिखरी बिखरी जुल्फे
बिखरी बिखरी जुल्फे
Khaimsingh Saini
गांधीजी की नीतियों के विरोधी थे ‘ सुभाष ’
गांधीजी की नीतियों के विरोधी थे ‘ सुभाष ’
कवि रमेशराज
जीवन के सारे सुख से मैं वंचित हूँ,
जीवन के सारे सुख से मैं वंचित हूँ,
Shweta Soni
न रोजी न रोटी, हैं जीने के लाले।
न रोजी न रोटी, हैं जीने के लाले।
सत्य कुमार प्रेमी
ये मेरे घर की चारदीवारी भी अब मुझसे पूछती है
ये मेरे घर की चारदीवारी भी अब मुझसे पूछती है
श्याम सिंह बिष्ट
" मानस मायूस "
Dr Meenu Poonia
मोबाइल
मोबाइल
लक्ष्मी सिंह
सरिए से बनाई मोहक कलाकृतियां……..
सरिए से बनाई मोहक कलाकृतियां……..
Nasib Sabharwal
बदलता साल
बदलता साल
डॉ. शिव लहरी
आज भगवान का बनाया हुआ
आज भगवान का बनाया हुआ
प्रेमदास वसु सुरेखा
#drarunkumarshastri
#drarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
प्यार में ना जाने क्या-क्या होता है ?
प्यार में ना जाने क्या-क्या होता है ?
Buddha Prakash
जब मैं तुमसे प्रश्न करूँगा
जब मैं तुमसे प्रश्न करूँगा
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
श्रीराम गिलहरी संवाद अष्टपदी
श्रीराम गिलहरी संवाद अष्टपदी
SHAILESH MOHAN
एक मशाल जलाओ तो यारों,
एक मशाल जलाओ तो यारों,
नेताम आर सी
रूह का भी निखार है
रूह का भी निखार है
Dr fauzia Naseem shad
"स्वप्न".........
Kailash singh
जीवन एक संगीत है | इसे जीने की धुन जितनी मधुर होगी , जिन्दगी
जीवन एक संगीत है | इसे जीने की धुन जितनी मधुर होगी , जिन्दगी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*तैयारी होने लगी, आते देख चुनाव (कुंडलिया)*
*तैयारी होने लगी, आते देख चुनाव (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
【30】*!* गैया मैया कृष्ण कन्हैया *!*
【30】*!* गैया मैया कृष्ण कन्हैया *!*
Arise DGRJ (Khaimsingh Saini)
देख लेना चुप न बैठेगा, हार कर भी जीत जाएगा शहर…
देख लेना चुप न बैठेगा, हार कर भी जीत जाएगा शहर…
Anand Kumar
संसार में
संसार में
Brijpal Singh
फूल
फूल
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
पधारो मेरे प्रदेश तुम, मेरे राजस्थान में
पधारो मेरे प्रदेश तुम, मेरे राजस्थान में
gurudeenverma198
महात्मा गांधी
महात्मा गांधी
Rajesh
ਅੱਜ ਮੇਰੇ ਲਫਜ਼ ਚੁੱਪ ਨੇ
ਅੱਜ ਮੇਰੇ ਲਫਜ਼ ਚੁੱਪ ਨੇ
rekha mohan
मेरी माँ तू प्यारी माँ
मेरी माँ तू प्यारी माँ
Vishnu Prasad 'panchotiya'
जानता हूं
जानता हूं
Er. Sanjay Shrivastava
जीवन में कुछ भी स्थायी नहीं है। न सुख, न दुःख,न नौकरी, न रिश
जीवन में कुछ भी स्थायी नहीं है। न सुख, न दुःख,न नौकरी, न रिश
पूर्वार्थ
Loading...