Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Feb 2017 · 1 min read

*******मेरा एक छोटा सा व्यंग********

खुद को समर्पित करते हुए ??
सींच कर एक नन्हा
सा पौधा , मेरी कल्पना
में विराजमान हो गया
मैं उस पर अपना
हक़ जताने के लिए
खुद मेहरबान हो गया

वो मासूम सा, सोच
में पड़ गया, कि यह
आज खाद पानी
देकर, मुझ
पर मेहरबान हो गया
क्या इस ने पैदा किया
मुझ को जो मेरी
सारी खुशिओं
का यह तलबगार हो गया

उस ने ली अंगडाई
और वो मुरझाने लग
गया
मैने सोचा, कि अब
इस का दिन नजदीक
है आ गया
छोड़ के मैं उस को
किसी और घर जाकर
हक़
अपना जताने लग गया

पर वो समझा मेरी
फितरत और वो भी
अपने स्वाभाव में
बल खाने लग गया

और मुझ को याद
आई अपनी,तरफ
झाँका मैने
और बोला मन से

सब्र रख उतना की जितना दिया है ऊपर वाले ने
उस पर क्यूं हक़ जताता है यहाँ तू इस ज़माने में
रहने दे उस को अपनी छोटी सी खुशिओं के साथ
न परेशां कर आ आकर तूं अपने किसी बहाने से !!~

कवि अजीत कुमार तलवार
मेरठ

Language: Hindi
1 Like · 428 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
View all
You may also like:
कुशादा
कुशादा
Mamta Rani
3238.*पूर्णिका*
3238.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आकाश के नीचे
आकाश के नीचे
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
ਹਕੀਕਤ ਜਾਣਦੇ ਹਾਂ
ਹਕੀਕਤ ਜਾਣਦੇ ਹਾਂ
Surinder blackpen
आज इंसान के चेहरे पर चेहरे,
आज इंसान के चेहरे पर चेहरे,
Neeraj Agarwal
जब कोई शब् मेहरबाँ होती है ।
जब कोई शब् मेहरबाँ होती है ।
sushil sarna
*बिटिया रानी पढ़ने जाती {बाल कविता}* ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■
*बिटिया रानी पढ़ने जाती {बाल कविता}* ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■
Ravi Prakash
हमारे जख्मों पे जाया न कर।
हमारे जख्मों पे जाया न कर।
Manoj Mahato
जब सांझ ढल चुकी है तो क्यूं ना रात हो
जब सांझ ढल चुकी है तो क्यूं ना रात हो
Ravi Ghayal
मां कालरात्रि
मां कालरात्रि
Mukesh Kumar Sonkar
मैं मगर अपनी जिंदगी को, ऐसे जीता रहा
मैं मगर अपनी जिंदगी को, ऐसे जीता रहा
gurudeenverma198
जलियांवाला बाग काण्ड शहीदों को श्रद्धांजलि
जलियांवाला बाग काण्ड शहीदों को श्रद्धांजलि
Mohan Pandey
अभी सत्य की खोज जारी है...
अभी सत्य की खोज जारी है...
Vishnu Prasad 'panchotiya'
यूॅं बचा कर रख लिया है,
यूॅं बचा कर रख लिया है,
Rashmi Sanjay
हमेशा तेरी याद में
हमेशा तेरी याद में
Dr fauzia Naseem shad
एक देश एक कानून
एक देश एक कानून
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
!! हे उमां सुनो !!
!! हे उमां सुनो !!
Chunnu Lal Gupta
हम शायर लोग कहां इज़हार ए मोहब्बत किया करते हैं।
हम शायर लोग कहां इज़हार ए मोहब्बत किया करते हैं।
Faiza Tasleem
मन की गति
मन की गति
Dr. Kishan tandon kranti
मां
मां
Manu Vashistha
" अधरों पर मधु बोल "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
स्वाधीनता संग्राम
स्वाधीनता संग्राम
Prakash Chandra
जीवन एक मकान किराए को,
जीवन एक मकान किराए को,
Bodhisatva kastooriya
कहीं भूल मुझसे न हो जो गई है।
कहीं भूल मुझसे न हो जो गई है।
surenderpal vaidya
■ ग़ज़ल (वीक एंड स्पेशल) -
■ ग़ज़ल (वीक एंड स्पेशल) -
*Author प्रणय प्रभात*
खालीपन
खालीपन
करन ''केसरा''
"लाभ का लोभ”
पंकज कुमार कर्ण
नहीं रखा अंदर कुछ भी दबा सा छुपा सा
नहीं रखा अंदर कुछ भी दबा सा छुपा सा
Rekha Drolia
माँ तुम सचमुच माँ सी हो
माँ तुम सचमुच माँ सी हो
Manju Singh
सब कुछ छोड़ कर जाना पड़ा अकेले में
सब कुछ छोड़ कर जाना पड़ा अकेले में
कवि दीपक बवेजा
Loading...