मुह्ब्ब्त
मुहब्बत भरे रिश्ते यूँ ही भुलाये नही जाते
औरों की खुशियों में आँसू बहाये नही जाते
दिल से दिल की डोर बाँधे रख ऐ मेरे दोस्त
मुहब्बत करने के सलीके सीखाये नही जाते
………….राहुल श्रीवास्तव(कु विवेकानंद)
मुहब्बत भरे रिश्ते यूँ ही भुलाये नही जाते
औरों की खुशियों में आँसू बहाये नही जाते
दिल से दिल की डोर बाँधे रख ऐ मेरे दोस्त
मुहब्बत करने के सलीके सीखाये नही जाते
………….राहुल श्रीवास्तव(कु विवेकानंद)