Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Jul 2017 · 1 min read

मुंहवे जुठार लऽ…

#भोजपुरी- #लोक_गीत—
_______________________________________
पति-पत्नी के प्रेमिल नोक झोंक पर आधारित एगो गीत, समीक्षा हेतु प्रस्तुत बा।
_________________________________________
रुसल बाड़ू काहे धनिया, सोना के हार लऽ।
भर पेट ना खइबू तऽ, मुंहवे जुठार लऽ।।

भुखे पेट सुतबू तऽ, पेट गुड़गुड़ाई।
उल्ह-मेल्ह सारी रात, निंदियों ना आई।
खइबू ना दाल – भात, ऊपर से अचार लऽ।
भर पेट ना खइबू तऽ, मुंहवे जुठार लऽ।।

भुखे पेट होखे नाही, भजन मोर रानी।
भुखले से लाभ नाही, गजन दिलजानी।
छोड़ऽ खिसिआइल रानी, आदत सुधार लऽ।
भर पेट ना खइबू तऽ, मुंहवे जुठार लऽ।।

खींस -पीत से तऽ रानी, कुछो नाहीं मिली।
चांन जइसे मुखड़ा तोहर, बोल कइसे खिली।
बिगड़ल ई रुप बांटे, चांन से उधार लऽ।
भर पेट ना खइबू तऽ, मुंहवे जुठार लऽ।।

सचिन से जो रुसल बाड़ू, खाना जीन छोड़ऽ।
सेहत से अपना तू, मुंह जीन मोड़ऽ।
भोजने से जीवन बा ई, बतियों विचार लऽ।
भर पेट ना खइबू तऽ, मुंहवो जुठार लऽ।।

✍️पं.संजीव शुक्ल ‘सचिन’

भोजपुरी गानों की बात हीं कुछ और है
यह गाना आपको कैसा लगा अपना बहुमूल्य सुझाव आवश्य दें।

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 348 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from संजीव शुक्ल 'सचिन'
View all
You may also like:
दो जून की रोटी
दो जून की रोटी
Ram Krishan Rastogi
पृष्ठों पर बांँध से बांँधी गई नारी सरिता
पृष्ठों पर बांँध से बांँधी गई नारी सरिता
Neelam Sharma
* कुण्डलिया *
* कुण्डलिया *
surenderpal vaidya
जब मैं मर जाऊं तो कफ़न के जगह किताबों में लपेट देना
जब मैं मर जाऊं तो कफ़न के जगह किताबों में लपेट देना
Keshav kishor Kumar
"कैसे सबको खाऊँ"
लक्ष्मीकान्त शर्मा 'रुद्र'
तुकबन्दी,
तुकबन्दी,
Satish Srijan
राष्ट्रीय गणित दिवस
राष्ट्रीय गणित दिवस
Tushar Jagawat
गर्व करो कि
गर्व करो कि
*Author प्रणय प्रभात*
स्वयं से सवाल
स्वयं से सवाल
Rajesh
आंखों देखा सच
आंखों देखा सच
Shekhar Chandra Mitra
দিগন্তে ছেয়ে আছে ধুলো
দিগন্তে ছেয়ে আছে ধুলো
Sakhawat Jisan
गुरुकुल शिक्षा पद्धति
गुरुकुल शिक्षा पद्धति
विजय कुमार अग्रवाल
अकेलापन
अकेलापन
Neeraj Agarwal
मीठी नींद नहीं सोना
मीठी नींद नहीं सोना
Dr. Meenakshi Sharma
एक अकेला
एक अकेला
Punam Pande
कट रही हैं दिन तेरे बिन
कट रही हैं दिन तेरे बिन
Shakil Alam
मुक्त्तक
मुक्त्तक
Rajesh vyas
ये कैसे आदमी है
ये कैसे आदमी है
gurudeenverma198
*
*"माँ कात्यायनी'*
Shashi kala vyas
मेरी माटी मेरा देश....
मेरी माटी मेरा देश....
डॉ.सीमा अग्रवाल
!! पत्थर नहीं हूँ मैं !!
!! पत्थर नहीं हूँ मैं !!
Chunnu Lal Gupta
थैला (लघु कथा)
थैला (लघु कथा)
Ravi Prakash
यथार्थ
यथार्थ
Shyam Sundar Subramanian
Deepak Kumar Srivastava
Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam"
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
दिवाली त्योहार का महत्व
दिवाली त्योहार का महत्व
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
कविता: स्कूल मेरी शान है
कविता: स्कूल मेरी शान है
Rajesh Kumar Arjun
अध्यात्म का अभिसार
अध्यात्म का अभिसार
Dr.Pratibha Prakash
" from 2024 will be the quietest era ever for me. I just wan
पूर्वार्थ
💐प्रेम कौतुक-524💐
💐प्रेम कौतुक-524💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"अजीब दस्तूर"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...