Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Feb 2020 · 1 min read

मुहब्बत हो हमारी तुम , भुला अब तो न पाएंगे

मुहब्बत हो हमारी तुम , भुला अब तो न पाएंगे
रहेंगे पास ही दिल के भले ही दूर जाएंगे

खज़ाना यादों का लेकर अमीरी में जियेंगे हम
जो होगा दर्द इस दिल को उसे हँसकर पियेंगे हम
मिलेंगे स्वप्न में हर रोज मिलकर मुस्कुरायेंगे

मुलाकातें हमें अपनी पुरानी याद आयेंगी
हँसाएगी कभी हमको कभी कितना रुलायेंगी
लिखे तुम पर कभी थे गीत वो हम गुनगुनायेंगे

तुम्हारी ही मुहब्बत ने हमें उड़ना सिखाया था
ग़मों से भी हमें हँसते हुये लड़ना सिखाया था
मुहब्बत के सहारे ज़िंदगी आगे बढाएंगे

विरह जब है यहाँ पर तो मिलन की रीत भी होगी
किसी दिन तो मुकम्मल ये हमारी प्रीत भी होगी
सितारे भी हमारे मिल हमें तुमसे मिलायेंगे

11-02-2020
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद

Language: Hindi
Tag: गीत
3 Likes · 239 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
23/57.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/57.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
याद
याद
Kanchan Khanna
आज तो ठान लिया है
आज तो ठान लिया है
shabina. Naaz
किरणों का कोई रंग नहीं होता
किरणों का कोई रंग नहीं होता
Atul "Krishn"
💐अज्ञात के प्रति-143💐
💐अज्ञात के प्रति-143💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
* धीरे धीरे *
* धीरे धीरे *
surenderpal vaidya
शिव सबके आराध्य हैं, रावण हो या राम।
शिव सबके आराध्य हैं, रावण हो या राम।
Sanjay ' शून्य'
-- जिंदगी तो कट जायेगी --
-- जिंदगी तो कट जायेगी --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
शिशिर ऋतु-३
शिशिर ऋतु-३
Vishnu Prasad 'panchotiya'
इतनी नाराज़ हूं तुमसे मैं अब
इतनी नाराज़ हूं तुमसे मैं अब
Dheerja Sharma
!! रक्षाबंधन का अभिनंदन!!
!! रक्षाबंधन का अभिनंदन!!
Chunnu Lal Gupta
सफ़र है बाकी (संघर्ष की कविता)
सफ़र है बाकी (संघर्ष की कविता)
Dr. Kishan Karigar
किसी को इतना मत करीब आने दो
किसी को इतना मत करीब आने दो
कवि दीपक बवेजा
माई कहाँ बा
माई कहाँ बा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
31 जुलाई और दो सितारे (प्रेमचन्द, रफ़ी पर विशेष)
31 जुलाई और दो सितारे (प्रेमचन्द, रफ़ी पर विशेष)
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
करना था यदि ऐसा तुम्हें मेरे संग में
करना था यदि ऐसा तुम्हें मेरे संग में
gurudeenverma198
*रामपुर रियासत को कायम रखने का अंतिम प्रयास और रामभरोसे लाल सर्राफ का ऐतिहासिक विरोध*
*रामपुर रियासत को कायम रखने का अंतिम प्रयास और रामभरोसे लाल सर्राफ का ऐतिहासिक विरोध*
Ravi Prakash
सत्य
सत्य
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
तू मुझको संभालेगी क्या जिंदगी
तू मुझको संभालेगी क्या जिंदगी
कृष्णकांत गुर्जर
💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐
💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
खोखला वर्तमान
खोखला वर्तमान
Mahender Singh
प्रिय
प्रिय
The_dk_poetry
■ तरकश के तीर...
■ तरकश के तीर...
*Author प्रणय प्रभात*
नशा
नशा
Dr. Kishan tandon kranti
मेरी कविताएं पढ़ लेना
मेरी कविताएं पढ़ लेना
Satish Srijan
चरित्र साफ शब्दों में कहें तो आपके मस्तिष्क में समाहित विचार
चरित्र साफ शब्दों में कहें तो आपके मस्तिष्क में समाहित विचार
Rj Anand Prajapati
*एकांत*
*एकांत*
जगदीश लववंशी
मेरी साँसों में उतर कर सनम तुम से हम तक आओ।
मेरी साँसों में उतर कर सनम तुम से हम तक आओ।
Neelam Sharma
"स्वार्थी रिश्ते"
Ekta chitrangini
जीना सिखा दिया
जीना सिखा दिया
Basant Bhagawan Roy
Loading...