Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Mar 2020 · 1 min read

” मुश्किल “

जज्बातों का दायरा इतना भी ना फैलाना कि सम्भलना मुश्किल हो जाए ,
जिंदगी में भावनाओं का हिसाब इतना भी ना लगाना कि कहना मुश्किल हो जाए ।

? धन्यवाद ?

✍️ ज्योति ✍️

Language: Hindi
Tag: शेर
2 Likes · 206 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ज्योति
View all
You may also like:
वर्तमान, अतीत, भविष्य...!!!!
वर्तमान, अतीत, भविष्य...!!!!
Jyoti Khari
नन्हा मछुआरा
नन्हा मछुआरा
Shivkumar barman
सरस रंग
सरस रंग
Punam Pande
23/131.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/131.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
छीना झपटी के इस युग में,अपना स्तर स्वयं निर्धारित करें और आत
छीना झपटी के इस युग में,अपना स्तर स्वयं निर्धारित करें और आत
विमला महरिया मौज
मन की आँखें खोल
मन की आँखें खोल
Kaushal Kumar Pandey आस
बेशक मैं उसका और मेरा वो कर्जदार था
बेशक मैं उसका और मेरा वो कर्जदार था
हरवंश हृदय
"शब्दकोश में शब्द नहीं हैं, इसका वर्णन रहने दो"
Kumar Akhilesh
आओ जाओ मेरी बाहों में,कुछ लम्हों के लिए
आओ जाओ मेरी बाहों में,कुछ लम्हों के लिए
Ram Krishan Rastogi
देश जल रहा है
देश जल रहा है
gurudeenverma198
“कवि की कविता”
“कवि की कविता”
DrLakshman Jha Parimal
"तानाशाही"
*Author प्रणय प्रभात*
"मित्रता"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
कहती जो तू प्यार से
कहती जो तू प्यार से
The_dk_poetry
*साधुता और सद्भाव के पर्याय श्री निर्भय सरन गुप्ता : शत - शत प्रणाम*
*साधुता और सद्भाव के पर्याय श्री निर्भय सरन गुप्ता : शत - शत प्रणाम*
Ravi Prakash
कुछ अलग लिखते हैं। ।।।
कुछ अलग लिखते हैं। ।।।
Tarang Shukla
मेरे राम तेरे राम
मेरे राम तेरे राम
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बिहार–झारखंड की चुनिंदा दलित कविताएं (सम्पादक डा मुसाफ़िर बैठा & डा कर्मानन्द आर्य)
बिहार–झारखंड की चुनिंदा दलित कविताएं (सम्पादक डा मुसाफ़िर बैठा & डा कर्मानन्द आर्य)
Dr MusafiR BaithA
जब स्वार्थ अदब का कंबल ओढ़ कर आता है तो उसमें प्रेम की गरमाह
जब स्वार्थ अदब का कंबल ओढ़ कर आता है तो उसमें प्रेम की गरमाह
Lokesh Singh
मौन में भी शोर है।
मौन में भी शोर है।
लक्ष्मी सिंह
*।।ॐ।।*
*।।ॐ।।*
Satyaveer vaishnav
पंचतत्वों (अग्नि, वायु, जल, पृथ्वी, आकाश) के अलावा केवल
पंचतत्वों (अग्नि, वायु, जल, पृथ्वी, आकाश) के अलावा केवल "हृद
Radhakishan R. Mundhra
You are the sanctuary of my soul.
You are the sanctuary of my soul.
Manisha Manjari
ਮੁੰਦਰੀ ਵਿੱਚ ਨਗ ਮਾਹੀਆ।
ਮੁੰਦਰੀ ਵਿੱਚ ਨਗ ਮਾਹੀਆ।
Surinder blackpen
दिल से दिल को जोड़, प्रीति रंग गाती होली
दिल से दिल को जोड़, प्रीति रंग गाती होली
Pt. Brajesh Kumar Nayak
बेटी
बेटी
Dr Archana Gupta
The Third Pillar
The Third Pillar
Rakmish Sultanpuri
महिला दिवस
महिला दिवस
Dr.Pratibha Prakash
आओ मिलकर नया साल मनाये*
आओ मिलकर नया साल मनाये*
Naushaba Suriya
मां
मां
goutam shaw
Loading...