Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Apr 2017 · 1 min read

मुश्किलों को नाकाम करना..

हर पहलू पर काम करना
परेशानियों को हमेशा नाकाम करना
.
मिल जाये गर समन्दर में मोती
अपनी हसरतों को दिल से सलाम करना!
.
संघर्ष की दुनियाँ है परेशान मत होना
मुश्किलों को अपनी सरेआम न करना!
.
निर्भयता से कदम बढ़ाते रहना सदैव
हर किसी को ये खत-पैगाम करना!
.
चाहता हूँ “शालू”रुकूँ नहीं सफर में
सजदे की हर दुवा मेरेे नाम करना!
.
शालिनी साहू
ऊँचाहार, रायबरेली(उ0प्र0)

203 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
प्रकृति में एक अदृश्य शक्ति कार्य कर रही है जो है तुम्हारी स
प्रकृति में एक अदृश्य शक्ति कार्य कर रही है जो है तुम्हारी स
Rj Anand Prajapati
अध्यात्म का शंखनाद
अध्यात्म का शंखनाद
Dr.Pratibha Prakash
काँटों के बग़ैर
काँटों के बग़ैर
Vishal babu (vishu)
ये दुनिया है कि इससे, सत्य सुना जाता नहीं है
ये दुनिया है कि इससे, सत्य सुना जाता नहीं है
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
पहला सुख निरोगी काया
पहला सुख निरोगी काया
जगदीश लववंशी
ये ऊँचे-ऊँचे पर्वत शिखरें,
ये ऊँचे-ऊँचे पर्वत शिखरें,
Buddha Prakash
संविधान ग्रंथ नहीं मां भारती की एक आत्मा 🇮🇳
संविधान ग्रंथ नहीं मां भारती की एक आत्मा 🇮🇳
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
* जिसने किए प्रयास *
* जिसने किए प्रयास *
surenderpal vaidya
आंख से गिरे हुए आंसू,
आंख से गिरे हुए आंसू,
नेताम आर सी
मुझको कुर्सी तक पहुंचा दे
मुझको कुर्सी तक पहुंचा दे
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"देखना हो तो"
Dr. Kishan tandon kranti
ठंडा - वंडा,  काफ़ी - वाफी
ठंडा - वंडा, काफ़ी - वाफी
सिद्धार्थ गोरखपुरी
*मेघ गोरे हुए साँवरे* पुस्तक की समीक्षा धीरज श्रीवास्तव जी द्वारा
*मेघ गोरे हुए साँवरे* पुस्तक की समीक्षा धीरज श्रीवास्तव जी द्वारा
Dr Archana Gupta
मेरा प्यारा भाई
मेरा प्यारा भाई
Neeraj Agarwal
अर्थार्जन का सुखद संयोग
अर्थार्जन का सुखद संयोग
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
दास्ताने-कुर्ता पैजामा [ व्यंग्य ]
दास्ताने-कुर्ता पैजामा [ व्यंग्य ]
कवि रमेशराज
#क़तआ (मुक्तक)
#क़तआ (मुक्तक)
*Author प्रणय प्रभात*
3424⚘ *पूर्णिका* ⚘
3424⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
मत खोलो मेरी जिंदगी की किताब
मत खोलो मेरी जिंदगी की किताब
Adarsh Awasthi
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
पावस की रात
पावस की रात
लक्ष्मी सिंह
To improve your mood, exercise
To improve your mood, exercise
पूर्वार्थ
कभी गुज़र न सका जो गुज़र गया मुझमें
कभी गुज़र न सका जो गुज़र गया मुझमें
Shweta Soni
*** शुक्रगुजार हूँ ***
*** शुक्रगुजार हूँ ***
Chunnu Lal Gupta
"क्या देश आजाद है?"
Ekta chitrangini
चले हैं छोटे बच्चे
चले हैं छोटे बच्चे
कवि दीपक बवेजा
जिन्दगी के रोजमर्रे की रफ़्तार में हम इतने खो गए हैं की कभी
जिन्दगी के रोजमर्रे की रफ़्तार में हम इतने खो गए हैं की कभी
Sukoon
उल्फ़त का  आगाज़ हैं, आँखों के अल्फाज़ ।
उल्फ़त का आगाज़ हैं, आँखों के अल्फाज़ ।
sushil sarna
मोदी जी
मोदी जी
Shivkumar Bilagrami
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Loading...