मुमकिन है।
मुमकिन है सही करके गलत कहा जाऊ
सम्भव है गिर गिर कर कही थक भी जाऊ
मुमकिन है पढ कर भी अन्जाना रह जाऊ
सम्भव नही कोशिश करने से हट जाऊ।
मुमकिन है क्षमा करु तो कमजोर कहाऊ
मुमकिन नही अपमान सहूं और चुप रह जाऊ
सम्भव है हाथो से अपनी किस्मत लिख जाऊ
सम्भव नही चुप रहूं नाकाम कहाऊ ।
मुमकिन है अपना गीत पढू कुछ लिख जाऊ
सम्भव है जग मे अलग पहचान बनाऊ
मुमकिन नही अंधेरे मे छि्प जाऊ
सच मै यूं ही नही विन्ध्यप्रकाश कहाऊ।