Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Sep 2020 · 1 min read

मुझसे मोहब्बत करो और सबर जाओ ना

मुझसे मोहब्बत करो और सबर जाओ ना
यू देख क्या रहे हो , सिधे दिल में उतर जाओ ना

गर तुम्हे जिंदगी देखनी है जिंदा लोगों में नजर आएगी
उधर क्या कर रहे हो , इधर आओ ना

अब तुम्हें ईश्क की गलतफहमी है तो इससे उनको क्या
तुम मरना चाहते हो तो मरो , मर जाओ ना

पत्थरों का क्या है वो तो टकराते ही रहेंगे
अब तुम कांच हो तो बिखरो , बिखर जाओ ना

अब आफत आई है तनहा तो गांव आ रहे हैं
और जाओ शहर , शहर जाओ ना

2 Likes · 363 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
नदिया के पार (सिनेमा) / MUSAFIR BAITHA
नदिया के पार (सिनेमा) / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
कमियाॅं अपनों में नहीं
कमियाॅं अपनों में नहीं
Harminder Kaur
तेरी यादों के आईने को
तेरी यादों के आईने को
Atul "Krishn"
कलम की ताकत और कीमत को
कलम की ताकत और कीमत को
Aarti Ayachit
अपनी तो मोहब्बत की इतनी कहानी
अपनी तो मोहब्बत की इतनी कहानी
AVINASH (Avi...) MEHRA
सत्य की खोज, कविता
सत्य की खोज, कविता
Mohan Pandey
आप प्रारब्ध वश आपको रावण और बाली जैसे पिता और बड़े भाई मिले
आप प्रारब्ध वश आपको रावण और बाली जैसे पिता और बड़े भाई मिले
Sanjay ' शून्य'
ना समझ आया
ना समझ आया
Dinesh Kumar Gangwar
I love you
I love you
Otteri Selvakumar
అతి బలవంత హనుమంత
అతి బలవంత హనుమంత
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
मोहक हरियाली
मोहक हरियाली
Surya Barman
चमचे और चिमटे जैसा स्कोप
चमचे और चिमटे जैसा स्कोप
*Author प्रणय प्रभात*
स्थाई- कहो सुनो और गुनों
स्थाई- कहो सुनो और गुनों
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
हम हो जायेंगें दूर तूझसे,
हम हो जायेंगें दूर तूझसे,
$úDhÁ MãÚ₹Yá
"ऐसा है अपना रिश्ता "
Yogendra Chaturwedi
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
महंगाई का दंश
महंगाई का दंश
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
वो हमें भी तो
वो हमें भी तो
Dr fauzia Naseem shad
तेरी खुशबू
तेरी खुशबू
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
हे मृत्यु तैयार यदि तू आने को प्रसन्न मुख आ द्वार खुला है,
हे मृत्यु तैयार यदि तू आने को प्रसन्न मुख आ द्वार खुला है,
Vishal babu (vishu)
रुई-रुई से धागा बना
रुई-रुई से धागा बना
TARAN VERMA
एक शाम उसके नाम
एक शाम उसके नाम
Neeraj Agarwal
2678.*पूर्णिका*
2678.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कोरोना का आतंक
कोरोना का आतंक
Dr. Pradeep Kumar Sharma
काश तुम्हारी तस्वीर भी हमसे बातें करती
काश तुम्हारी तस्वीर भी हमसे बातें करती
Dushyant Kumar Patel
आरती करुँ विनायक की
आरती करुँ विनायक की
gurudeenverma198
कामुकता एक ऐसा आभास है जो सब प्रकार की शारीरिक वीभत्सना को ख
कामुकता एक ऐसा आभास है जो सब प्रकार की शारीरिक वीभत्सना को ख
Rj Anand Prajapati
सावन भादों
सावन भादों
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
💐अज्ञात के प्रति-37💐
💐अज्ञात के प्रति-37💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-146 के चयनित दोहे
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-146 के चयनित दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Loading...