Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jun 2020 · 1 min read

मुझको मिटाना चाहता है

मुझको मिटाना चाहता है
यही तो ज़माना चाहता है

आँसुओ को पलकों में छुपाके
वो फिर मुस्कुराना चाहता है

यह हक़ीक़त है या कोई फ़रेब
दुश्मन अब दोस्ताना चाहता है

रोटी चुराकर अमीर नही होगा
मुफ़लिस भूख मिटाना चाहता है

आंसू बन के आँखो में उतर आया है
ग़म दिल से निकल जाना चाहता है

बड़ी हैरत में है ‘अर्श’ ये सुनकर
समंदर किसी की प्यास बुझाना चाहता है

1 Like · 4 Comments · 182 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दुखता बहुत है, जब कोई छोड़ के जाता है
दुखता बहुत है, जब कोई छोड़ के जाता है
Kumar lalit
“बदलते रिश्ते”
“बदलते रिश्ते”
पंकज कुमार कर्ण
देख भाई, ये जिंदगी भी एक न एक दिन हमारा इम्तिहान लेती है ,
देख भाई, ये जिंदगी भी एक न एक दिन हमारा इम्तिहान लेती है ,
Dr. Man Mohan Krishna
दोहा त्रयी . . . .
दोहा त्रयी . . . .
sushil sarna
"मकर संक्रान्ति"
Dr. Kishan tandon kranti
सुनो, मैं जा रही हूं
सुनो, मैं जा रही हूं
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
इससे ज़्यादा
इससे ज़्यादा
Dr fauzia Naseem shad
कोहरा
कोहरा
Ghanshyam Poddar
प्रेमचंद के उपन्यासों में दलित विमर्श / MUSAFIR BAITHA
प्रेमचंद के उपन्यासों में दलित विमर्श / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
जीवन में कितना ही धन -धन कर ले मनवा किंतु शौक़ पत्रिका में न
जीवन में कितना ही धन -धन कर ले मनवा किंतु शौक़ पत्रिका में न
Neelam Sharma
#करना है, मतदान हमको#
#करना है, मतदान हमको#
Dushyant Kumar
विवश प्रश्नचिन्ह ???
विवश प्रश्नचिन्ह ???
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
अच्छा खाना
अच्छा खाना
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
*सुविचरण*
*सुविचरण*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ईश्वर से यही अरज
ईश्वर से यही अरज
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
// जिंदगी दो पल की //
// जिंदगी दो पल की //
Surya Barman
*****सबके मन मे राम *****
*****सबके मन मे राम *****
Kavita Chouhan
■ आज की ग़ज़ल
■ आज की ग़ज़ल
*Author प्रणय प्रभात*
సమాచార వికాస సమితి
సమాచార వికాస సమితి
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
2298.पूर्णिका
2298.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
आहाँ अपन किछु कहैत रहू ,आहाँ अपन किछु लिखइत रहू !
आहाँ अपन किछु कहैत रहू ,आहाँ अपन किछु लिखइत रहू !
DrLakshman Jha Parimal
उम्र पैंतालीस
उम्र पैंतालीस
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
तुम ख्वाब हो।
तुम ख्वाब हो।
Taj Mohammad
चाँद सा मुखड़ा दिखाया कीजिए
चाँद सा मुखड़ा दिखाया कीजिए
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*चित्र में मुस्कान-नकली, प्यार जाना चाहिए 【हिंदी गजल/ गीतिका
*चित्र में मुस्कान-नकली, प्यार जाना चाहिए 【हिंदी गजल/ गीतिका
Ravi Prakash
चलो चलें दूर गगन की ओर
चलो चलें दूर गगन की ओर
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
💐 Prodigy Love-33💐
💐 Prodigy Love-33💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"इश्क़ वर्दी से"
Lohit Tamta
लग जाए गले से गले
लग जाए गले से गले
Ankita Patel
अनेकता में एकता 🇮🇳🇮🇳
अनेकता में एकता 🇮🇳🇮🇳
Madhuri Markandy
Loading...