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30 Nov 2018 · 1 min read

मुक्तक

मुक्तक
विषय – अभिव्यक्ति
शुक्रवार
दिनांक – ३० -११ -२०१८
मात्रा भार – २२(अंतिम-पंक्ति-२३)
———————————————————-
उर से छन कर भाव जो, आ जाते हैं मुझ-तक।
वही शब्द वसन धर, आ जाते हैं मुक्-तक।
मन में दबी कोई अभिव्यक्ति, वेदना-
प्रस्फुटित हो बरबस, आ जाते हैं मुख-तक।
————————————————————
#स्वरचित_मौलिक_सर्वाधिकार_सुरक्षित*
अजय कुमार पारीक’अकिंचन’
जयपुर(राजस्थान)
——————————————————–

Language: Hindi
2 Likes · 264 Views
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