Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Oct 2018 · 1 min read

मुक्तक

उन्होंने कहा मुझे सब दिखाई देता है
मैंने पूछा क्या रब दिखाई देता है
हंसकर बोले नजर कमजोर हो गई भैया
इतनी दूर कहां अब दिखाई देता है

Language: Hindi
251 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मातृभूमि तुझ्रे प्रणाम
मातृभूमि तुझ्रे प्रणाम
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
💐प्रेम कौतुक-501💐💐
💐प्रेम कौतुक-501💐💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हकीकत जानते हैं
हकीकत जानते हैं
Surinder blackpen
2285.
2285.
Dr.Khedu Bharti
🏞️प्रकृति 🏞️
🏞️प्रकृति 🏞️
Vandna thakur
चीर हरण ही सोचते,
चीर हरण ही सोचते,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
औरों की उम्मीदों में
औरों की उम्मीदों में
DEVSHREE PAREEK 'ARPITA'
“शादी के बाद- मिथिला दर्शन” ( संस्मरण )
“शादी के बाद- मिथिला दर्शन” ( संस्मरण )
DrLakshman Jha Parimal
बहुत ख्वाब देखता हूँ मैं
बहुत ख्वाब देखता हूँ मैं
gurudeenverma198
आलसी व्यक्ति
आलसी व्यक्ति
Paras Nath Jha
*लगता है अक्सर फँसे ,दुनिया में बेकार (कुंडलिया)*
*लगता है अक्सर फँसे ,दुनिया में बेकार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
फलसफ़ा
फलसफ़ा
Atul "Krishn"
हर ख्याल से तुम खुबसूरत हो
हर ख्याल से तुम खुबसूरत हो
Swami Ganganiya
*ख़ुद मझधार में होकर भी...*
*ख़ुद मझधार में होकर भी...*
Rituraj shivem verma
होली कान्हा संग
होली कान्हा संग
Kanchan Khanna
मौत का क्या भरोसा
मौत का क्या भरोसा
Ram Krishan Rastogi
Mere shaksiyat  ki kitab se ab ,
Mere shaksiyat ki kitab se ab ,
Sakshi Tripathi
चिंगारी बन लड़ा नहीं जो
चिंगारी बन लड़ा नहीं जो
AJAY AMITABH SUMAN
- फुर्सत -
- फुर्सत -
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
■ छठ महापर्व...।।
■ छठ महापर्व...।।
*Author प्रणय प्रभात*
चिड़िया
चिड़िया
Dr. Pradeep Kumar Sharma
विधा:
विधा:"चन्द्रकान्ता वर्णवृत्त" मापनी:212-212-2 22-112-122
rekha mohan
बलिदान
बलिदान
लक्ष्मी सिंह
देवो रुष्टे गुरुस्त्राता गुरु रुष्टे न कश्चन:।गुरुस्त्राता ग
देवो रुष्टे गुरुस्त्राता गुरु रुष्टे न कश्चन:।गुरुस्त्राता ग
Shashi kala vyas
खाली सूई का कोई मोल नहीं 🙏
खाली सूई का कोई मोल नहीं 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
आ जाये मधुमास प्रिय
आ जाये मधुमास प्रिय
Satish Srijan
यूनिवर्सल सिविल कोड
यूनिवर्सल सिविल कोड
Dr. Harvinder Singh Bakshi
*नुक्कड़ की चाय*
*नुक्कड़ की चाय*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
भगतसिंह की क़लम
भगतसिंह की क़लम
Shekhar Chandra Mitra
"रस्सी"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...