कर्म फल
सपने ने मुझसे कहा पाने की सदा तमन्ना रख
परिश्रम हर्ष से बोला, प्राणी! मन को न अनमना रख
पुस्तक करे इशारा, देर-सवेर मिलेगा कर्म फल
दिल भी तुरंत बोल उठा सब्र का न कोरा पन्ना रख।
सपने ने मुझसे कहा पाने की सदा तमन्ना रख
परिश्रम हर्ष से बोला, प्राणी! मन को न अनमना रख
पुस्तक करे इशारा, देर-सवेर मिलेगा कर्म फल
दिल भी तुरंत बोल उठा सब्र का न कोरा पन्ना रख।