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12 Aug 2018 · 1 min read

मुक्तक

बिछाए शौक़ से, ख़ुद बेवफ़ा की राहों में
खड़े हैं दीप की हसरत लिए निगाहों में,
ये इंतज़ार भी एक इम्तिहां होता है
इसी से इश्क़ का शोला जवां होता है।

Language: Hindi
154 Views
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