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25 Jul 2018 · 1 min read

मुक्तक

ग़मों को दिल में छुपाना आसान नहीं है।
शमा यादों की बुझाना आसान नहीं है।
जब भी छूट जाता है हमसफ़र राहों में-
अकेले लौट कर आना आसान नहीं है।

मुक्तककार- #मिथिलेश_राय

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 377 Views
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