Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Jan 2018 · 1 min read

मुक्तक

अमरीका से हुई दोस्ती, और अहं में फूल गए,
शेरों जैसी चाल बची ना, सत्तामद में झूल गए।
भारत का हर एक नौजवां यही कह रहा मोदी जी,
छप्पन इंची छाती के फ़ौलादी तेवर भूल गए।।
-विपिन शर्मा

Language: Hindi
357 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
Ghazal
Ghazal
shahab uddin shah kannauji
अंधेरे में भी ढूंढ लेंगे तुम्हे।
अंधेरे में भी ढूंढ लेंगे तुम्हे।
Rj Anand Prajapati
शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ्य
शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ्य
Dr.Rashmi Mishra
"दरख़्त"
Dr. Kishan tandon kranti
*अच्छे बच्चे (बाल कविता)*
*अच्छे बच्चे (बाल कविता)*
Ravi Prakash
सब समझें पर्व का मर्म
सब समझें पर्व का मर्म
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
कामयाबी का
कामयाबी का
Dr fauzia Naseem shad
■ कौन बताएगा...?
■ कौन बताएगा...?
*Author प्रणय प्रभात*
भीड़ ने भीड़ से पूछा कि यह भीड़ क्यों लगी है? तो भीड़ ने भीड
भीड़ ने भीड़ से पूछा कि यह भीड़ क्यों लगी है? तो भीड़ ने भीड
जय लगन कुमार हैप्पी
महायुद्ध में यूँ पड़ी,
महायुद्ध में यूँ पड़ी,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
धुप मे चलने और जलने का मज़ाक की कुछ अलग है क्योंकि छाव देखते
धुप मे चलने और जलने का मज़ाक की कुछ अलग है क्योंकि छाव देखते
Ranjeet kumar patre
"मां की ममता"
Pushpraj Anant
जीवन के आधार पिता
जीवन के आधार पिता
Kavita Chouhan
हमें सलीका न आया।
हमें सलीका न आया।
Taj Mohammad
राम बनना कठिन है
राम बनना कठिन है
Satish Srijan
अपने मन मंदिर में, मुझे रखना, मेरे मन मंदिर में सिर्फ़ तुम रहना…
अपने मन मंदिर में, मुझे रखना, मेरे मन मंदिर में सिर्फ़ तुम रहना…
Anand Kumar
भूमि भव्य यह भारत है!
भूमि भव्य यह भारत है!
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
💐अज्ञात के प्रति-82💐
💐अज्ञात के प्रति-82💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
किताब का दर्द
किताब का दर्द
Dr. Man Mohan Krishna
2736. *पूर्णिका*
2736. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बेशक नहीं आता मुझे मागने का
बेशक नहीं आता मुझे मागने का
shabina. Naaz
अगर मध्यस्थता हनुमान (परमार्थी) की हो तो बंदर (बाली)और दनुज
अगर मध्यस्थता हनुमान (परमार्थी) की हो तो बंदर (बाली)और दनुज
Sanjay ' शून्य'
मुक्तक-
मुक्तक-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
आप प्लस हम माइनस, कैसे हो गठजोड़ ?
आप प्लस हम माइनस, कैसे हो गठजोड़ ?
डॉ.सीमा अग्रवाल
अब तो इस वुज़ूद से नफ़रत होने लगी मुझे।
अब तो इस वुज़ूद से नफ़रत होने लगी मुझे।
Phool gufran
चाँद खिलौना
चाँद खिलौना
SHAILESH MOHAN
सफल हस्ती
सफल हस्ती
Praveen Sain
नारी को सदा राखिए संग
नारी को सदा राखिए संग
Ram Krishan Rastogi
"अतितॄष्णा न कर्तव्या तॄष्णां नैव परित्यजेत्।
Mukul Koushik
"आशा" की कुण्डलियाँ"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
Loading...