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10 Oct 2017 · 1 min read

मुक्तक

जब हमारा किसी से रिश्ता टूट जाता है!
प्यार का हाथों से गुलिस्ताँ छूट जाता है!
हम खोजते हैं मंजिलें वफाओं की लेकिन,
रास्तों में वक्त का फरिश्ता रूठ जाता है!

मुक्तककार- #मिथिलेश_राय

Language: Hindi
239 Views
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