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7 Jun 2017 · 1 min read

मुक्तक

जब भी ख्यालों में यादों की लहर आती है!
#दर्द की बेचैनी में रात गुजर जाती है!
अश्कों में घुल जाता है ख्वाबों का आशियाँ,
मेरी जिन्दगी को तन्हाई तड़पाती है!

मुक्तककार-#मिथिलेश_राय

Language: Hindi
285 Views
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