खट्टे-मीठे
खट्टे-मीठे अनुभवों को आत्मसात रख
कुछ कडुवा भी मिले यदि मैले न जज़्बात रख
दिल को न अंगार बना,संयम बहुत ज़रूरी
शांतिपूर्वक सामने आकर अपनी बात रख।
खट्टे-मीठे अनुभवों को आत्मसात रख
कुछ कडुवा भी मिले यदि मैले न जज़्बात रख
दिल को न अंगार बना,संयम बहुत ज़रूरी
शांतिपूर्वक सामने आकर अपनी बात रख।