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23 Sep 2021 · 1 min read

मुक्तक

ज़रूरत से ज़्यादा क़द ये अपना नाप लेते हैं,
बना इंजन हमें हमसे ही यह तो भाप लेते हैं
ज़रा बचकर रहें बहरूपियों से रंग बदलते हैं
ये हमारी आपकी बातें ही लेकर छाप लेते हैं,,

Language: Hindi
203 Views
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