Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Aug 2020 · 1 min read

*मुक्तक*

जाना पहचाना सा दर्द सीने में हिलोरे ले रहा है ।
न जाने किस अपने की पीड़ा का संकेत दे रहा है ।।
यूं दिन भर दिन बैचनी सी बढ़ती जा रही है सीने में ।
जैसे किसी अपने पर आफ़त का अंदेशा हो रहा है ।।

Language: Hindi
7 Likes · 2 Comments · 957 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ये वक्त कुछ ठहर सा गया
ये वक्त कुछ ठहर सा गया
Ray's Gupta
तेरे प्यार के राहों के पथ में
तेरे प्यार के राहों के पथ में
singh kunwar sarvendra vikram
कहना ही है
कहना ही है
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
*मेरा आसमां*
*मेरा आसमां*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बिन शादी के रह कर, संत-फकीरा कहा सुखी हो पायें।
बिन शादी के रह कर, संत-फकीरा कहा सुखी हो पायें।
Anil chobisa
" मैं तन्हा हूँ "
Aarti sirsat
रक्षाबंधन
रक्षाबंधन
Pratibha Pandey
एहसास
एहसास
Dr fauzia Naseem shad
Experience Life
Experience Life
Saransh Singh 'Priyam'
आ गए चुनाव
आ गए चुनाव
Sandeep Pande
تہذیب بھلا بیٹھے
تہذیب بھلا بیٹھے
Ahtesham Ahmad
दिल  धड़कने लगा जब तुम्हारे लिए।
दिल धड़कने लगा जब तुम्हारे लिए।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
*अफसर की बाधा दूर हो गई (लघु कथा)*
*अफसर की बाधा दूर हो गई (लघु कथा)*
Ravi Prakash
मेरे पापा आज तुम लोरी सुना दो
मेरे पापा आज तुम लोरी सुना दो
Satish Srijan
2780. *पूर्णिका*
2780. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
~रेत की आत्मकथा ~
~रेत की आत्मकथा ~
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
अन्याय के आगे मत झुकना
अन्याय के आगे मत झुकना
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बेचारी माँ
बेचारी माँ
Shaily
जीवन का हर एक खट्टा मीठा अनुभव एक नई उपयोगी सीख देता है।इसील
जीवन का हर एक खट्टा मीठा अनुभव एक नई उपयोगी सीख देता है।इसील
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
क्या पता...... ?
क्या पता...... ?
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
प्रभु रामलला , फिर मुस्काये!
प्रभु रामलला , फिर मुस्काये!
Kuldeep mishra (KD)
"बखान"
Dr. Kishan tandon kranti
बेटी के जीवन की विडंबना
बेटी के जीवन की विडंबना
Rajni kapoor
संवेदना ही सौन्दर्य है
संवेदना ही सौन्दर्य है
Ritu Asooja
अपने हाथ,
अपने हाथ,
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
ਹਾਸਿਆਂ ਵਿਚ ਲੁਕੇ ਦਰਦ
ਹਾਸਿਆਂ ਵਿਚ ਲੁਕੇ ਦਰਦ
Surinder blackpen
हाँ, मैं कवि हूँ
हाँ, मैं कवि हूँ
gurudeenverma198
#मंगलकामनाएं
#मंगलकामनाएं
*Author प्रणय प्रभात*
“ मैथिली ग्रुप आ मिथिला राज्य ”
“ मैथिली ग्रुप आ मिथिला राज्य ”
DrLakshman Jha Parimal
अनकही बातों का सिलसिला शुरू करें
अनकही बातों का सिलसिला शुरू करें
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
Loading...