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29 Jan 2017 · 1 min read

मुक्तक

आज भी ख्यालों में यादों की तन्हाई है!
आज भी दामन में जख्मों की गहराई है!
मंजिलें बिखरी हुई हैं बेरुखी से तेरी,
धड़कनों में गूँजती तेरी बेवफाई है!

#महादेव_की_कविताऐं’

Language: Hindi
304 Views
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