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30 Jun 2019 · 1 min read

मुक्तक

जन्म मिलता नहीं होते हम भी नहीं,
मात है तो मुझे कोई गम भी नहीं।
माँ के चरणों की धूलि को शत शत नमन,
मा नहीं रब मगर रब से कम भी नहीं।।

अशोक छाबडा
गुरूग्राम

Language: Hindi
360 Views
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