Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Feb 2019 · 1 min read

मानव

बाहर चंदन सा महक रहा,
लेकिन अंदर से खारा है।

आने जाने की चक्की में,
पिसता मानव बेचारा है।

बस लगा रहा अपनी धुन में,
जीवन भर समझ नहीं पाया –

सब यहीं धरे रह जायेगे,
जिस दिन टूटा इकतारा है।
-लक्ष्मी सिंह

Language: Hindi
159 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
* हिन्दी को ही *
* हिन्दी को ही *
surenderpal vaidya
■दोहा■
■दोहा■
*Author प्रणय प्रभात*
पूरी उम्र बस एक कीमत है !
पूरी उम्र बस एक कीमत है !
पूर्वार्थ
****मैं इक निर्झरिणी****
****मैं इक निर्झरिणी****
Kavita Chouhan
तू तो सब समझता है ऐ मेरे मौला
तू तो सब समझता है ऐ मेरे मौला
SHAMA PARVEEN
गर्मी आई
गर्मी आई
Dr. Pradeep Kumar Sharma
" खुशी में डूब जाते हैं "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
वर्तमान परिदृश्य में महाभारत (सरसी)
वर्तमान परिदृश्य में महाभारत (सरसी)
नाथ सोनांचली
संगति
संगति
Buddha Prakash
वो कत्ल कर दिए,
वो कत्ल कर दिए,
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
हे परम पिता !
हे परम पिता !
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
ख़्बाब आंखों में बंद कर लेते - संदीप ठाकुर
ख़्बाब आंखों में बंद कर लेते - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
धर्म वर्ण के भेद बने हैं प्रखर नाम कद काठी हैं।
धर्म वर्ण के भेद बने हैं प्रखर नाम कद काठी हैं।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
मां शारदे कृपा बरसाओ
मां शारदे कृपा बरसाओ
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
देखिए आप आप सा हूँ मैं
देखिए आप आप सा हूँ मैं
Anis Shah
World Dance Day
World Dance Day
Tushar Jagawat
दोहा निवेदन
दोहा निवेदन
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
ऑन लाइन पेमेंट
ऑन लाइन पेमेंट
Satish Srijan
तुम होते हो नाराज़ तो,अब यह नहीं करेंगे
तुम होते हो नाराज़ तो,अब यह नहीं करेंगे
gurudeenverma198
चूड़ी पायल बिंदिया काजल गजरा सब रहने दो
चूड़ी पायल बिंदिया काजल गजरा सब रहने दो
Vishal babu (vishu)
कभी नजरें मिलाते हैं कभी नजरें चुराते हैं।
कभी नजरें मिलाते हैं कभी नजरें चुराते हैं।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
"जिद"
Dr. Kishan tandon kranti
जिंदगी है खाली गागर देख लो।
जिंदगी है खाली गागर देख लो।
सत्य कुमार प्रेमी
जाते हैं संसार से, जब सब मानव छोड़ (कुंडलिया)
जाते हैं संसार से, जब सब मानव छोड़ (कुंडलिया)
Ravi Prakash
💐प्रेम कौतुक-466💐
💐प्रेम कौतुक-466💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
“दोस्त हो तो दोस्त बनो”
“दोस्त हो तो दोस्त बनो”
DrLakshman Jha Parimal
जमाने की अगर कह दूँ, जमाना रूठ जाएगा ।
जमाने की अगर कह दूँ, जमाना रूठ जाएगा ।
Ashok deep
2668.*पूर्णिका*
2668.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बात बात में लड़ने लगे हैं _खून गर्म क्यों इतना है ।
बात बात में लड़ने लगे हैं _खून गर्म क्यों इतना है ।
Rajesh vyas
देर आए दुरुस्त आए...
देर आए दुरुस्त आए...
Harminder Kaur
Loading...