Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Feb 2019 · 1 min read

मुक्तक

ये दुनिया की रवायत है काग को बाज़ बतलाना ।

दान जर्रे सा करना और खुद को कर्ण बतलाना ।

मेरी सबसे गुज़ारिश है स्वार्थ के मोह से निकलो

राह कोई अगर पूछे उसे सही राह बतलाना ।

Language: Hindi
264 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
शौक या मजबूरी
शौक या मजबूरी
संजय कुमार संजू
राक्षसी कृत्य - दीपक नीलपदम्
राक्षसी कृत्य - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
बेवजह ही रिश्ता बनाया जाता
बेवजह ही रिश्ता बनाया जाता
Keshav kishor Kumar
राम सिया की होली देख, अवध में हनुमंत लगे हर्षांने।
राम सिया की होली देख, अवध में हनुमंत लगे हर्षांने।
राकेश चौरसिया
कल्पना एवं कल्पनाशीलता
कल्पना एवं कल्पनाशीलता
Shyam Sundar Subramanian
क्या जानते हो ----कुछ नही ❤️
क्या जानते हो ----कुछ नही ❤️
Rohit yadav
लौट कर रास्ते भी
लौट कर रास्ते भी
Dr fauzia Naseem shad
रिश्तों का सच
रिश्तों का सच
विजय कुमार अग्रवाल
*पूजा का थाल (कुछ दोहे)*
*पूजा का थाल (कुछ दोहे)*
Ravi Prakash
ना बातें करो,ना मुलाकातें करो,
ना बातें करो,ना मुलाकातें करो,
Dr. Man Mohan Krishna
अंतर्राष्ट्रीय पाई दिवस पर....
अंतर्राष्ट्रीय पाई दिवस पर....
डॉ.सीमा अग्रवाल
सुखम् दुखम
सुखम् दुखम
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तुम ख्वाब हो।
तुम ख्वाब हो।
Taj Mohammad
कविता
कविता
Vandana Namdev
The only difference between dreams and reality is perfection
The only difference between dreams and reality is perfection
सिद्धार्थ गोरखपुरी
भारत
भारत
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
दोहा पंचक. . . नारी
दोहा पंचक. . . नारी
sushil sarna
शेर
शेर
Dr. Kishan tandon kranti
तुम रट गये  जुबां पे,
तुम रट गये जुबां पे,
Satish Srijan
रूप पर अनुरक्त होकर आयु की अभिव्यंजिका है
रूप पर अनुरक्त होकर आयु की अभिव्यंजिका है
महेश चन्द्र त्रिपाठी
विचार और भाव-1
विचार और भाव-1
कवि रमेशराज
Rakesh Yadav - Desert Fellow - निर्माण करना होगा
Rakesh Yadav - Desert Fellow - निर्माण करना होगा
Desert fellow Rakesh
2649.पूर्णिका
2649.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
दिल से करो पुकार
दिल से करो पुकार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
सुवह है राधे शाम है राधे   मध्यम  भी राधे-राधे है
सुवह है राधे शाम है राधे मध्यम भी राधे-राधे है
Anand.sharma
हे गर्भवती !
हे गर्भवती !
Akash Yadav
मोरनी जैसी चाल
मोरनी जैसी चाल
Dr. Vaishali Verma
जीने की राह
जीने की राह
Madhavi Srivastava
भारतवर्ष स्वराष्ट्र पूर्ण भूमंडल का उजियारा है
भारतवर्ष स्वराष्ट्र पूर्ण भूमंडल का उजियारा है
Pt. Brajesh Kumar Nayak
🙅एक शोध🙅
🙅एक शोध🙅
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...