Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Feb 2021 · 1 min read

मुक्तक (सीख)

कविता ऐसी हो जो हर कोई समझे सरलता से ,

तरन्नुम ऐसी हो जो हर कोई गा-पावे लय-ता से ,

कहे रसिया करो विन्यास ऐसा हर कोई समझे ,

हो लेखन ऐसा जो की अर्थ में आवे सुलभता से ।।

सर्वाधिकार सुरक्षित

कान्हा…….. ✍

Language: Hindi
255 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अपूर्ण प्रश्न
अपूर्ण प्रश्न
Shyam Sundar Subramanian
पाँच सितारा, डूबा तारा
पाँच सितारा, डूबा तारा
Manju Singh
*वर्तमान को स्वप्न कहें , या बीते कल को सपना (गीत)*
*वर्तमान को स्वप्न कहें , या बीते कल को सपना (गीत)*
Ravi Prakash
जो बातें अंदर दबी हुई रह जाती हैं
जो बातें अंदर दबी हुई रह जाती हैं
श्याम सिंह बिष्ट
कमरा उदास था
कमरा उदास था
Shweta Soni
■ अब सब समझदार हैं मितरों!!
■ अब सब समझदार हैं मितरों!!
*Author प्रणय प्रभात*
हीरा जनम गंवाएगा
हीरा जनम गंवाएगा
Shekhar Chandra Mitra
रमेशराज की विरोधरस की मुक्तछंद कविताएँ—2.
रमेशराज की विरोधरस की मुक्तछंद कविताएँ—2.
कवि रमेशराज
केही कथा/इतिहास 'Pen' ले र केही 'Pain' ले लेखिएको पाइन्छ।'Pe
केही कथा/इतिहास 'Pen' ले र केही 'Pain' ले लेखिएको पाइन्छ।'Pe
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
ख्याल
ख्याल
अखिलेश 'अखिल'
रूख हवाओं का
रूख हवाओं का
Dr fauzia Naseem shad
नहीं हूँ मैं किसी भी नाराज़
नहीं हूँ मैं किसी भी नाराज़
ruby kumari
इन्द्रधनुष
इन्द्रधनुष
Dheerja Sharma
'धोखा'
'धोखा'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
कुंए में उतरने वाली बाल्टी यदि झुकती है
कुंए में उतरने वाली बाल्टी यदि झुकती है
शेखर सिंह
इंद्रधनुष सा यह जीवन अपना,
इंद्रधनुष सा यह जीवन अपना,
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
आज एक अरसे बाद मेने किया हौसला है,
आज एक अरसे बाद मेने किया हौसला है,
Raazzz Kumar (Reyansh)
मां शारदे वंदना
मां शारदे वंदना
Neeraj Agarwal
ये दुनिया है
ये दुनिया है
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
जिस्म तो बस एक जरिया है, प्यार दो रूहों की कहानी।
जिस्म तो बस एक जरिया है, प्यार दो रूहों की कहानी।
Manisha Manjari
दोहे
दोहे
अशोक कुमार ढोरिया
2975.*पूर्णिका*
2975.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"रंग भर जाऊँ"
Dr. Kishan tandon kranti
महोब्बत का खेल
महोब्बत का खेल
Anil chobisa
हाथ पर हाथ धरे कुछ नही होता आशीर्वाद तो तब लगता है किसी का ज
हाथ पर हाथ धरे कुछ नही होता आशीर्वाद तो तब लगता है किसी का ज
Rj Anand Prajapati
खोया हुआ वक़्त
खोया हुआ वक़्त
Sidhartha Mishra
तू दूरबीन से न कभी ढूँढ ख़ामियाँ
तू दूरबीन से न कभी ढूँढ ख़ामियाँ
Johnny Ahmed 'क़ैस'
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
*हूँ कौन मैं*
*हूँ कौन मैं*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...