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8 May 2021 · 1 min read

मीत आओ,साथ गाओ

गीतिका
छंद – सुगति छंद (मात्रिक )
मापनी – 2122

समांत – आओ
गीतिका :-
;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;

मीत आओ।
साथ गाओ।।

भोर निकला,
जाग जाओ।

बन उजाला,
खुद दिखाओ।

कुछ सुऩो ऐ
कुछ सुनाओ।

एक मीठी,
धुन बजाओ।

प्यार देकर,
प्यार पाओ।

सब गिँले अब,
भूल जाओ।

अटल मुरादाबादी

2 Likes · 1 Comment · 368 Views
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