Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jan 2017 · 1 min read

मिली

मिली जो तेरी जुल्फों की छाया मैं बहक गया
उठाया जब घूँघट फैली जो माया मैं बहक गया

करा प्रणय निवेदन उन्होंने हँस के जब हमसे
पता नही कोन सा वो वेग आया मैं बहक गया

छिपा हुआ था एक नया ख्याव बन आगोश मे
किधर से आया मतबाला झोका मै बहक गया

हसीनों की दनियाँ मे घूम कर आया दूर से मैं
नजरें बहकी ऐसे कि पैर फिसला मैं बहक गया

इधर उधर घूम फिर कर आ गये तेरे द्वार लोट
हाथ तेरा मेरे सिर पर जो फिरा मैं बहक गया

72 Likes · 1 Comment · 498 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
"आज और अब"
Dr. Kishan tandon kranti
रमेशराज की तेवरी
रमेशराज की तेवरी
कवि रमेशराज
जैसे आँखों को
जैसे आँखों को
Shweta Soni
कड़वी बात~
कड़वी बात~
दिनेश एल० "जैहिंद"
डा. तेज सिंह : हिंदी दलित साहित्यालोचना के एक प्रमुख स्तंभ का स्मरण / MUSAFIR BAITHA
डा. तेज सिंह : हिंदी दलित साहित्यालोचना के एक प्रमुख स्तंभ का स्मरण / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
सब अपनो में व्यस्त
सब अपनो में व्यस्त
DrLakshman Jha Parimal
*जिस सभा में जाति पलती, उस सभा को छोड़ दो (मुक्तक)*
*जिस सभा में जाति पलती, उस सभा को छोड़ दो (मुक्तक)*
Ravi Prakash
अखबार
अखबार
लक्ष्मी सिंह
बर्फ़ीली घाटियों में सिसकती हवाओं से पूछो ।
बर्फ़ीली घाटियों में सिसकती हवाओं से पूछो ।
Manisha Manjari
3175.*पूर्णिका*
3175.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
■ अनुभूति और अभिव्यक्ति-
■ अनुभूति और अभिव्यक्ति-
*Author प्रणय प्रभात*
माँ महान है
माँ महान है
Dr. Man Mohan Krishna
अमीरों की गलियों में
अमीरों की गलियों में
gurudeenverma198
" आज चाँदनी मुस्काई "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
तू मुझे क्या समझेगा
तू मुझे क्या समझेगा
Arti Bhadauria
மறுபிறவியின் உண்மை
மறுபிறவியின் உண்மை
Shyam Sundar Subramanian
बेरहम जिन्दगी के कई रंग है ।
बेरहम जिन्दगी के कई रंग है ।
Ashwini sharma
सत्य, अहिंसा, त्याग, तप, दान, दया की खान।
सत्य, अहिंसा, त्याग, तप, दान, दया की खान।
जगदीश शर्मा सहज
हम हो जायेंगें दूर तूझसे,
हम हो जायेंगें दूर तूझसे,
$úDhÁ MãÚ₹Yá
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
बस हौसला करके चलना
बस हौसला करके चलना
SATPAL CHAUHAN
शायद कुछ अपने ही बेगाने हो गये हैं
शायद कुछ अपने ही बेगाने हो गये हैं
Ravi Ghayal
बेड़ियाँ
बेड़ियाँ
Shaily
जिंदगी भी रेत का सच रहतीं हैं।
जिंदगी भी रेत का सच रहतीं हैं।
Neeraj Agarwal
ऐसे जीना जिंदगी,
ऐसे जीना जिंदगी,
sushil sarna
💐प्रेम कौतुक-197💐
💐प्रेम कौतुक-197💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
शब्द से शब्द टकराए तो बन जाए कोई बात ,
शब्द से शब्द टकराए तो बन जाए कोई बात ,
ज्योति
बैठा हूँ उस राह पर जो मेरी मंजिल नहीं
बैठा हूँ उस राह पर जो मेरी मंजिल नहीं
Pushpraj Anant
दुख तब नहीं लगता
दुख तब नहीं लगता
Harminder Kaur
प्रेम और पुष्प, होता है सो होता है, जिस तरह पुष्प को जहां भी
प्रेम और पुष्प, होता है सो होता है, जिस तरह पुष्प को जहां भी
Sanjay ' शून्य'
Loading...