Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jun 2020 · 1 min read

मिट्टी है अनमोल!

जगह किसी की नहीं जो चाहे जहां बैठ गया,
अब इसमें क्या लेना वो शख्स वहां बैठ गया,
अमीरे शहर का निज़ाम तो कुछ ऐसा हुआ,
बैठना था नहीं जिसे वह शख्स वहां बैठ गया।
बात बिगड़ गयी इतनी की अब बात ही न रही,
भला वह शख्स उसी जगह क्यों वहां बैठ गया,
दयारे जमीं तूँ फैसला कर दे मुक़म्मल सबका,
तेरी इजाजत के बिना जो चाहे जहां बैठ गया।

Language: Hindi
2 Likes · 230 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मै भटकता ही रहा दश्त ए शनासाई में
मै भटकता ही रहा दश्त ए शनासाई में
Anis Shah
जाग री सखि
जाग री सखि
Arti Bhadauria
ମାଟିରେ କିଛି ନାହିଁ
ମାଟିରେ କିଛି ନାହିଁ
Otteri Selvakumar
*तीजा दसवॉं तेरहीं, सब मन के बहलाव (कुंडलिया)*
*तीजा दसवॉं तेरहीं, सब मन के बहलाव (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
सिर घमंडी का नीचे झुका रह गया।
सिर घमंडी का नीचे झुका रह गया।
सत्य कुमार प्रेमी
*हिंदी दिवस मनावन का  मिला नेक ईनाम*
*हिंदी दिवस मनावन का मिला नेक ईनाम*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
नया साल
नया साल
Arvina
■ सच साबित हुआ अनुमान।
■ सच साबित हुआ अनुमान।
*Author प्रणय प्रभात*
I knew..
I knew..
Vandana maurya
गवाह तिरंगा बोल रहा आसमान 🇧🇴
गवाह तिरंगा बोल रहा आसमान 🇧🇴
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
2737. *पूर्णिका*
2737. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ओढ़कर कर दिल्ली की चादर,
ओढ़कर कर दिल्ली की चादर,
Smriti Singh
द्रोपदी फिर.....
द्रोपदी फिर.....
Kavita Chouhan
सफर कितना है लंबा
सफर कितना है लंबा
Atul "Krishn"
हमें तो देखो उस अंधेरी रात का भी इंतजार होता है
हमें तो देखो उस अंधेरी रात का भी इंतजार होता है
VINOD CHAUHAN
मित्र भाग्य बन जाता है,
मित्र भाग्य बन जाता है,
Buddha Prakash
श्रीमान - श्रीमती
श्रीमान - श्रीमती
Kanchan Khanna
*Nabi* के नवासे की सहादत पर
*Nabi* के नवासे की सहादत पर
Shakil Alam
बात पुरानी याद आई
बात पुरानी याद आई
नूरफातिमा खातून नूरी
भ्रम जाल
भ्रम जाल
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
अगर मैं अपनी बात कहूँ
अगर मैं अपनी बात कहूँ
ruby kumari
समस्या
समस्या
Paras Nath Jha
गुनाह ना करके भी
गुनाह ना करके भी
Harminder Kaur
मिस्टर जी आजाद
मिस्टर जी आजाद
gurudeenverma198
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
जीवन अप्रत्याशित
जीवन अप्रत्याशित
पूर्वार्थ
गीत
गीत
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
ज़िंदगी देती है
ज़िंदगी देती है
Dr fauzia Naseem shad
💐प्रेम कौतुक-312💐
💐प्रेम कौतुक-312💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
आया खूब निखार
आया खूब निखार
surenderpal vaidya
Loading...