Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Nov 2020 · 1 min read

माना तुमको अभिव्यक्ति की आज़ादी है

माना तुमको अभिव्यक्ति की आज़ादी है
बोलना लिखना विचार प्रकट करने की आजादी है
इसका मतलब ये नहीं है कि,सारे जग में आग लगाओ
धर्म जाति और अंचल पर, भावनाओं को ठेस लगाओ
देश की एकता अखंडता संप्रभुता को चोट पहुंचाओ
ठप करदो कानून व्यवस्था,ला एवं आर्डर को धता बताओ?
आजादी की भी एक सीमा है, सीमा से बाहर न जाओ
कोई नहीं है देश से ऊपर, बंधु भूल न ऐंसी दोहराओ

सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
4 Likes · 2 Comments · 264 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
वो छोटी सी खिड़की- अमूल्य रतन
वो छोटी सी खिड़की- अमूल्य रतन
Amulyaa Ratan
लिख सकता हूँ ।।
लिख सकता हूँ ।।
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
फलसफ़ा
फलसफ़ा
Atul "Krishn"
बाजार से सब कुछ मिल जाता है,
बाजार से सब कुछ मिल जाता है,
Shubham Pandey (S P)
धैर्य.....….....सब्र
धैर्य.....….....सब्र
Neeraj Agarwal
गुलों पर छा गई है फिर नई रंगत
गुलों पर छा गई है फिर नई रंगत "कश्यप"।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
“ दुमका संस्मरण ” ( विजली ) (1958)
“ दुमका संस्मरण ” ( विजली ) (1958)
DrLakshman Jha Parimal
मेरी जिंदगी सजा दे
मेरी जिंदगी सजा दे
Basant Bhagawan Roy
दुनिया
दुनिया
Jagannath Prajapati
आग हूं... आग ही रहने दो।
आग हूं... आग ही रहने दो।
Anil "Aadarsh"
"अवध में राम आये हैं"
Ekta chitrangini
*😊 झूठी मुस्कान 😊*
*😊 झूठी मुस्कान 😊*
प्रजापति कमलेश बाबू
विश्वास करो
विश्वास करो
TARAN VERMA
अयोध्या धाम
अयोध्या धाम
Mukesh Kumar Sonkar
*** अरमान....!!! ***
*** अरमान....!!! ***
VEDANTA PATEL
उसे कमज़ोर नहीं कह सकते
उसे कमज़ोर नहीं कह सकते
Dr fauzia Naseem shad
"जिद"
Dr. Kishan tandon kranti
★मां ★
★मां ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
इंतज़ार एक दस्तक की, उस दरवाजे को थी रहती, चौखट पर जिसकी धूल, बरसों की थी जमी हुई।
इंतज़ार एक दस्तक की, उस दरवाजे को थी रहती, चौखट पर जिसकी धूल, बरसों की थी जमी हुई।
Manisha Manjari
।। सुविचार ।।
।। सुविचार ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
*अहिल्या (कुंडलिया)*
*अहिल्या (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मास्टरजी ज्ञानों का दाता
मास्टरजी ज्ञानों का दाता
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
गमों की चादर ओढ़ कर सो रहे थे तन्हां
गमों की चादर ओढ़ कर सो रहे थे तन्हां
Kumar lalit
The Huge Mountain!
The Huge Mountain!
Buddha Prakash
गणतंत्र दिवस की बधाई।।
गणतंत्र दिवस की बधाई।।
Rajni kapoor
2592.पूर्णिका
2592.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
गुनाह ना करके भी
गुनाह ना करके भी
Harminder Kaur
पद्मावती छंद
पद्मावती छंद
Subhash Singhai
💃युवती💃
💃युवती💃
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
विपक्ष जो बांटे
विपक्ष जो बांटे
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...