Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jul 2018 · 1 min read

मानव

मानव कहलाये मगर, भूले मानव धर्म।
दुर्लभ मानव देह से, किया नहीं शुभ कर्म।।१

पत्थर भी रोने लगा, देखा मानव हाल।
इक-दूजे को डस रहा, खुद ही बनकर काल।। २

पनप रहा है हर तरफ, नफरत का बाजार।
मानव लालच में पड़ा, करता हद को पार।। ३

जीवन में धारण करें, मानवता का मूल।
साहस,संयम,धर्म को, मानव कभी न भूल।। ४

कलयुग में सबसे बड़ा, है मानव का कर्म।
करेकर्म किस्मत बने, यह जीवन का मर्म।।५
-लक्ष्मी सिंह

Language: Hindi
128 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
सितमज़रीफ़ी
सितमज़रीफ़ी
Atul "Krishn"
मैं ज्योति हूँ निरन्तर जलती रहूँगी...!!!!
मैं ज्योति हूँ निरन्तर जलती रहूँगी...!!!!
Jyoti Khari
बुद्ध की राह में चलने लगे ।
बुद्ध की राह में चलने लगे ।
Buddha Prakash
गले लगा लेना
गले लगा लेना
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
💐प्रेम कौतुक-540💐
💐प्रेम कौतुक-540💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
19-कुछ भूली बिसरी यादों की
19-कुछ भूली बिसरी यादों की
Ajay Kumar Vimal
मेरा भारत देश
मेरा भारत देश
Shriyansh Gupta
#शर्माजीकेशब्द
#शर्माजीकेशब्द
pravin sharma
2495.पूर्णिका
2495.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
लाइफ का कोई रिमोट नहीं होता
लाइफ का कोई रिमोट नहीं होता
शेखर सिंह
आप आज शासक हैं
आप आज शासक हैं
DrLakshman Jha Parimal
"सुर्खियाँ"
Dr. Kishan tandon kranti
तुम कब आवोगे
तुम कब आवोगे
gurudeenverma198
बाबा साहेब अम्बेडकर / मुसाफ़िर बैठा
बाबा साहेब अम्बेडकर / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
अंतिम सत्य
अंतिम सत्य
विजय कुमार अग्रवाल
पूरा जब वनवास हुआ तब, राम अयोध्या वापस आये
पूरा जब वनवास हुआ तब, राम अयोध्या वापस आये
Dr Archana Gupta
आप और हम जीवन के सच............. हमारी सोच
आप और हम जीवन के सच............. हमारी सोच
Neeraj Agarwal
चाँद बहुत अच्छा है तू!
चाँद बहुत अच्छा है तू!
Satish Srijan
रिश्ते की नियत
रिश्ते की नियत
पूर्वार्थ
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दोहे-*
दोहे-*
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
दर जो आली-मकाम होता है
दर जो आली-मकाम होता है
Anis Shah
बादल को रास्ता भी दिखाती हैं हवाएँ
बादल को रास्ता भी दिखाती हैं हवाएँ
Mahendra Narayan
जीवन सूत्र (#नेपाली_लघुकथा)
जीवन सूत्र (#नेपाली_लघुकथा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
यह जो तुम बांधती हो पैरों में अपने काला धागा ,
यह जो तुम बांधती हो पैरों में अपने काला धागा ,
श्याम सिंह बिष्ट
*बहकाए हैं बिना-पढ़े जो, उनको क्या समझाओगे (हिंदी गजल/गीतिक
*बहकाए हैं बिना-पढ़े जो, उनको क्या समझाओगे (हिंदी गजल/गीतिक
Ravi Prakash
अजी क्षमा हम तो अत्याधुनिक हो गये है
अजी क्षमा हम तो अत्याधुनिक हो गये है
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
■ शेर-
■ शेर-
*Author प्रणय प्रभात*
माॅं की कशमकश
माॅं की कशमकश
Harminder Kaur
लगी राम धुन हिया को
लगी राम धुन हिया को
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Loading...