Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Mar 2018 · 1 min read

मानवता

इंसानियत !
आज बस एक शब्द रह गया है।
हमारा समाज आज से नहीं बरसो पहले से एक लड़ाई लड़ रहा है। वह है जातिवाद और उच्च नीच की लड़ाई। धर्म की लड़ाई।
मेरा इस समाज से बस एक सवाल है….
की जब बनाने वाले ने भेद नहीं किया तो हमने क्यों।
आज से हजारों या लाखो साल पहले जब इंसान इंसान ना हो कर एक आदिमानव था। तब तो उसको नहीं मालूम था धर्म,जाति और उच्च नीच के विषय में। पर फिर इंसान ने अपने दिमाग का इस्तेमाल किया और आदिमानव से मानव बन गया। पर कभी हम लोगो ने ये सोचा की आदिमानव से मानव बनने के सफ़र में यह धर्म, जाति कहा से आई।
…… यह अयी उस समय के कुछ बुधजीवियो से। उन्होंने अपने से कम ताकत और बुद्धि वाले इंसानों को अपने से कम और नीचा बना दिया। अपने को उचा धर्म और जाति वाला बना दिया।
यह प्रकृति सब को समान हवा, धूप, वर्षा, और वनस्पति देती है। तो हम कोन होते ये फर्क पैदा करने वाले।
आज हमारा समाज काफी हद तक एजुकेटेड हो गया है। तो हम इस को बदल सकते है। तो दोस्तो आगे आए और अपने समाज को बदले।
अब वक़्त आ गया है हम धर्म और जाति को छोड़ कर एक मानव बने एक इंसान बने।

Thanks

Language: Hindi
Tag: लेख
211 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कौन कहता है आक्रोश को अभद्रता का हथियार चाहिए ? हम तो मौन रह
कौन कहता है आक्रोश को अभद्रता का हथियार चाहिए ? हम तो मौन रह
DrLakshman Jha Parimal
सुविचार
सुविचार
Sarika Dhupar
आधा - आधा
आधा - आधा
Shaily
अबोध अंतस....
अबोध अंतस....
Santosh Soni
बाल नृत्य नाटिका : कृष्ण और राधा
बाल नृत्य नाटिका : कृष्ण और राधा
Dr.Pratibha Prakash
आज की शाम।
आज की शाम।
Dr. Jitendra Kumar
जिंदगी के तराने
जिंदगी के तराने
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
रिश्तें - नाते में मानव जिवन
रिश्तें - नाते में मानव जिवन
Anil chobisa
मिट न सके, अल्फ़ाज़,
मिट न सके, अल्फ़ाज़,
Mahender Singh
अंतर्राष्ट्रीय पाई दिवस पर....
अंतर्राष्ट्रीय पाई दिवस पर....
डॉ.सीमा अग्रवाल
***
***
sushil sarna
फर्ज़ अदायगी (मार्मिक कहानी)
फर्ज़ अदायगी (मार्मिक कहानी)
Dr. Kishan Karigar
"हरी सब्जी या सुखी सब्जी"
Dr Meenu Poonia
*रामपुर रजा लाइब्रेरी की दरबार हॉल गैलरी : मृत्यु का बोध करा
*रामपुर रजा लाइब्रेरी की दरबार हॉल गैलरी : मृत्यु का बोध करा
Ravi Prakash
अब मत खोलना मेरी ज़िन्दगी
अब मत खोलना मेरी ज़िन्दगी
शेखर सिंह
भारत की है शान तिरंगा
भारत की है शान तिरंगा
surenderpal vaidya
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
परख: जिस चेहरे पर मुस्कान है, सच्चा वही इंसान है!
परख: जिस चेहरे पर मुस्कान है, सच्चा वही इंसान है!
Rohit Gupta
■ ज़रूरत...
■ ज़रूरत...
*Author प्रणय प्रभात*
सागर बोला सुन ज़रा, मैं नदिया का पीर
सागर बोला सुन ज़रा, मैं नदिया का पीर
Suryakant Dwivedi
फूल कुदरत का उपहार
फूल कुदरत का उपहार
Harish Chandra Pande
23/44.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/44.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
खुद को संभालो यारो
खुद को संभालो यारो
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
💐उनकी नज़र से दोस्ती कर ली💐
💐उनकी नज़र से दोस्ती कर ली💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मोरे मन-मंदिर....।
मोरे मन-मंदिर....।
Kanchan Khanna
खुश वही है जिंदगी में जिसे सही जीवन साथी मिला है क्योंकि हर
खुश वही है जिंदगी में जिसे सही जीवन साथी मिला है क्योंकि हर
Ranjeet kumar patre
"अन्तर"
Dr. Kishan tandon kranti
प्यार का पंचनामा
प्यार का पंचनामा
Dr Parveen Thakur
वाह क्या खूब है मौहब्बत में अदाकारी तेरी।
वाह क्या खूब है मौहब्बत में अदाकारी तेरी।
Phool gufran
ए'लान - ए - जंग
ए'लान - ए - जंग
Shyam Sundar Subramanian
Loading...