मानवता
शीर्षक = मानवता
(१)सम्पूर्ण विश्व परिवार हमारा मानवता ही है धर्म हमारा
हम हैं किसान हम हैं जवान
सब कुछ है हम में विद्यमान
जो भी है हम उसमें खुश हैं
हम मानवता के रक्षक हैं
(२) पशु पक्षी भी रहते हैं साथ
हैं जिम्मेदारी दोनों हाथ
हर एक निवाला बाट बाट
हो गलीयारा या नदी घाट
हर दुष्ट शक्ति के बाधक हैं
हम मानवता के उपासक हैं
(३)वैदीक ग्रंथो का नित्य पाठ
गुरुओ कि वाणी साथ साथ
सामाजिक सेवा कर्मनाथ
सभी संस्कार के बधे गाठ
योग्य कर्म के भावक है
हम मानवता के चाहक हैं