💐प्रेम कौतुक-385💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
आचार, विचार, व्यवहार और विधि एक समान हैं तो रिश्ते जीवन से श
*जीवन में खुश रहने की वजह ढूँढना तो वाजिब बात लगती है पर खोद
कविता माँ काली का गद्यानुवाद
तू गीत ग़ज़ल उन्वान प्रिय।
क़रार आये इन आँखों को तिरा दर्शन ज़रूरी है
हम सनातन वाले हैं
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
संघर्ष
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
माना की देशकाल, परिस्थितियाँ बदलेंगी,
उन दरख्तों पे कोई फूल न खिल पाएंगें
Us jamane se iss jamane tak ka safar ham taye karte rhe