मातपिता भगवान हैं
आप हीं ब्रह्मा आप ही विष्णु
साक्षात देव महान हैं
पल्वीत पेड़ जो बृक्ष बना है
उसके तारणहार हैं।
त्योहारों में आप दीवाली
ज्योति पूँज महान हैं
आपहीं से शोभित यह जीवन
ज्ञान रत्न भंडार हैं।
कौन देवता कौन है दानव
किसका क्या प्रभाव है
आपही से सब जाना मैनें
अतः पूजनीय आप है
हृदय तल से करूँ मैं वंदन
नमन भी बारमबार है
ईश्वर से कद उच्चा जिनका
मात पिता ही महान है
इनकी महिमा अगम अपार है।
©®पं.संजीव शुक्ल ‘ सचिन’
माता पिता के चरण कमलों में सादर नमन।
9560335962