Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Nov 2018 · 1 min read

मां

मां

दूध नहीं अमृत पिलाती है मां
ममता की गोद में सुलाती है मां।
बोलने से पहले ही समझ लेती है
बिन मांगे हर चीज दिलाती है मां।
मां की दुआएं ही दवा बन जाती है
चोट लगने पर सहलाती है मां।
रात-रात भर खुद ही जागकर
बांहों के बिछौने बिछाती है मां।
भूखी रह के भी तृप्त हो जाती है
जब बच्चों को निवाला खिलाती है मां।
अच्छे कर्म सुनकर फूली नहीं समाती
गलत राहों पर जाने से तिलमिलाती है मां।
रूप,रंग,आकार ,जीवन देती है
हमें दुनिया में लाती है मां।
सर्वस्व समर्पण कर देने वाली
हमारी प्रथम गुरु कहलाती है मां।

अर्चना खंडेलवाल
नोएडा (उ.प्र.)

9 Likes · 35 Comments · 520 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
नन्हें बच्चे को जब देखा
नन्हें बच्चे को जब देखा
Sushmita Singh
कमियाॅं अपनों में नहीं
कमियाॅं अपनों में नहीं
Harminder Kaur
*फितरत*
*फितरत*
Dushyant Kumar
आप किससे प्यार करते हैं?
आप किससे प्यार करते हैं?
Otteri Selvakumar
ऊंचाई को छूने में गिरना भी लाजमी है
ऊंचाई को छूने में गिरना भी लाजमी है
'अशांत' शेखर
गीत-14-15
गीत-14-15
Dr. Sunita Singh
शिवरात्रि
शिवरात्रि
ऋचा पाठक पंत
तन से अपने वसन घटाकर
तन से अपने वसन घटाकर
Suryakant Dwivedi
माँ की कहानी बेटी की ज़ुबानी
माँ की कहानी बेटी की ज़ुबानी
Rekha Drolia
समाप्त हो गई परीक्षा
समाप्त हो गई परीक्षा
Vansh Agarwal
हे गर्भवती !
हे गर्भवती !
Akash Yadav
निकला वीर पहाड़ चीर💐
निकला वीर पहाड़ चीर💐
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
कभी गुज़र न सका जो गुज़र गया मुझमें
कभी गुज़र न सका जो गुज़र गया मुझमें
Shweta Soni
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
जन अधिनायक ! मंगल दायक! भारत देश सहायक है।
जन अधिनायक ! मंगल दायक! भारत देश सहायक है।
Neelam Sharma
मौत का रंग लाल है,
मौत का रंग लाल है,
पूर्वार्थ
कोई उम्मीद किसी से,तुम नहीं करो
कोई उम्मीद किसी से,तुम नहीं करो
gurudeenverma198
■ आज की बात
■ आज की बात
*Author प्रणय प्रभात*
धर्म जब पैदा हुआ था
धर्म जब पैदा हुआ था
शेखर सिंह
संयुक्त परिवार
संयुक्त परिवार
विजय कुमार अग्रवाल
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
बिन मौसम के ये बरसात कैसी
बिन मौसम के ये बरसात कैसी
Ram Krishan Rastogi
होता ओझल जा रहा, देखा हुआ अतीत (कुंडलिया)
होता ओझल जा रहा, देखा हुआ अतीत (कुंडलिया)
Ravi Prakash
Shabdo ko adhro par rakh ke dekh
Shabdo ko adhro par rakh ke dekh
Sakshi Tripathi
श्रेष्ठ वही है...
श्रेष्ठ वही है...
Shubham Pandey (S P)
प्रेम पर बलिहारी
प्रेम पर बलिहारी
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
दोस्ती
दोस्ती
Shashi Dhar Kumar
महाशिवरात्रि
महाशिवरात्रि
Seema gupta,Alwar
ज़िंदगी फिर भी हमें
ज़िंदगी फिर भी हमें
Dr fauzia Naseem shad
Loading...