Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Oct 2018 · 1 min read

मां

सबकी किस्मत में ये दौलत कहां होती है
खुशनसीब होते हैं जिनकी मां होती है
जिसके कदमों में जन्नत है
जिससे जिंदगी रवां होती है
वो नींद भर नहीं सोती
जब बेटी जवां होती है
ये तो खुद कुदरत है
न लफ़्ज़ों से बयां होती है
वो तो प्रेम का दरिया और
ममता की इंतिहा होती है
जीवन की अंधेरी राहों में
वो तो कहकशां होती है
उसकी गोद में सपने पलते हैं
और नस्लें जवां होती हैं
बोल वो खुदा के होते हैं
जो मां की जुबां होती है

1 Like · 1 Comment · 522 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हिंदी दोहा- महावीर
हिंदी दोहा- महावीर
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"मेरी बेटी है नंदिनी"
Ekta chitrangini
23/47.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/47.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तहरीर लिख दूँ।
तहरीर लिख दूँ।
Neelam Sharma
💐प्रेम कौतुक-445💐
💐प्रेम कौतुक-445💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
चंदा मामा से मिलने गए ,
चंदा मामा से मिलने गए ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
निकला वीर पहाड़ चीर💐
निकला वीर पहाड़ चीर💐
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
श्याम सुंदर तेरी इन आंखों की हैं अदाएं क्या।
श्याम सुंदर तेरी इन आंखों की हैं अदाएं क्या।
umesh mehra
सूरज ढल रहा हैं।
सूरज ढल रहा हैं।
Neeraj Agarwal
Mukar jate ho , apne wade se
Mukar jate ho , apne wade se
Sakshi Tripathi
रमेशराज के विरोधरस के गीत
रमेशराज के विरोधरस के गीत
कवि रमेशराज
मौज-मस्ती
मौज-मस्ती
Vandna Thakur
आईने में अगर
आईने में अगर
Dr fauzia Naseem shad
👨‍🎓मेरा खाली मटका माइंड
👨‍🎓मेरा खाली मटका माइंड
Ms.Ankit Halke jha
नींद कि नजर
नींद कि नजर
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
गुरुवर तोरे‌ चरणों में,
गुरुवर तोरे‌ चरणों में,
Kanchan Khanna
यही सच है कि हासिल ज़िंदगी का
यही सच है कि हासिल ज़िंदगी का
Neeraj Naveed
कशमें मेरे नाम की।
कशमें मेरे नाम की।
Diwakar Mahto
*मूलांक*
*मूलांक*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आजकल का प्राणी कितना विचित्र है,
आजकल का प्राणी कितना विचित्र है,
Divya kumari
पानी में हीं चाँद बुला
पानी में हीं चाँद बुला
Shweta Soni
शुभ रात्रि
शुभ रात्रि
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
Navratri
Navratri
Sidhartha Mishra
हां मैं पारस हूं, तुम्हें कंचन बनाऊंगी
हां मैं पारस हूं, तुम्हें कंचन बनाऊंगी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*हमारे विवाह की रूबी जयंती*
*हमारे विवाह की रूबी जयंती*
Ravi Prakash
"एक शोर है"
Lohit Tamta
परदेशी
परदेशी
Shekhar Chandra Mitra
■ ख़ास दिन, ख़ास बात, नज़्म के साथ
■ ख़ास दिन, ख़ास बात, नज़्म के साथ
*Author प्रणय प्रभात*
बदल गया जमाना🌏🙅🌐
बदल गया जमाना🌏🙅🌐
डॉ० रोहित कौशिक
शंभु जीवन-पुष्प रचें....
शंभु जीवन-पुष्प रचें....
डॉ.सीमा अग्रवाल
Loading...