मां शब्द के आगे!
मां शब्द के आगे सारी उपमा नतमस्तक है।
मां ही जीवन की पहली दस्तक है।
मां से बड़ा है कोई नहीं जीवन में।
मां अनंत है तेरे जीवन में।
मां का क़र्ज़ हमेशा रहता है तेरे सिर पर ।तू कर्ज नहीं उतार सकता जीवन भर।।
मां के चरणों में सब कुछ न्यौछावर करता हूं।
मां से बड़ा है कोई नहीं,जग में आज चरणों का वंदन करता हूं।
मां का प्यार बालक के लिए निशछल होता है।
मां को कभी भुला नहीं सकता हूं स्वर्ग ही मां का आंचल होता है।
मैं मां का वंदन अभिनंदन करता हूं।
गलतियों की क्षमा हमेशा चाहता हूं।