Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Sep 2017 · 1 min read

माँ दुर्गा के दोहे

माँ दुर्गा के दोहे
***********
रक्तिम साड़ी तन सजे,गुड़हल हार सुहाय।
मस्तक मुकुट बिराजता, शोभा भक्त लुभाय।।

सवा रुपैया नारियल, रोली अक्षत हाथ।
हलुआ पूड़ी भोग ले, माँ को पूजें साथ।।

अंबे सिंह पर राजति,दुर्गा काली रूप।
उनको आदर भाव से पूजें नर अरु भूप।।

माँ की महिमा है भली, हरती दुख संताप।
भक्तों की मुश्किल टरे, स्वयं काटती पाप।।

माँ दुर्गा सुखदायिनी ,जग की पालनहार।
पूजो माँ को नौ दिवस, कर देगी उद्धार।।

देवी पूजा अर्चना, नमन करूँ धर ध्यान।
बिन माँगे मोती मिले, दुख का करे निदान।।

माँ का सुमिरन जो करे,भक्ति भाव गुणगान।
भवसागर से तारती, मैया दे वरदान।।

माता को नित पूजके,कर्म करे जो नेक।
जीवन में सुख भोगता,पाकर बुद्धि विवेक।।

डॉ. रजनी अग्रवाल “वाग्देवी रत्ना”
संपादिका-साहित्य धरोहर
महमूरगंज, वाराणसी

Language: Hindi
15 Likes · 10 Comments · 21393 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना'
View all
You may also like:
आए अवध में राम
आए अवध में राम
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
प्रहार-2
प्रहार-2
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
2311.
2311.
Dr.Khedu Bharti
*सुबह हुई तो सबसे पहले, पढ़ते हम अखबार हैं (हिंदी गजल)*
*सुबह हुई तो सबसे पहले, पढ़ते हम अखबार हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
दिन भर रोशनी बिखेरता है सूरज
दिन भर रोशनी बिखेरता है सूरज
कवि दीपक बवेजा
■ गीत / प्रेम की कहानी, आँसुओं की जुबानी
■ गीत / प्रेम की कहानी, आँसुओं की जुबानी
*Author प्रणय प्रभात*
कितने पन्ने
कितने पन्ने
Satish Srijan
खुद को संभालो यारो
खुद को संभालो यारो
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
युग बीत गया
युग बीत गया
Dr.Pratibha Prakash
भाव और ऊर्जा
भाव और ऊर्जा
कवि रमेशराज
स्वतंत्रता की नारी
स्वतंत्रता की नारी
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
प्रेम
प्रेम
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
संसद
संसद
Bodhisatva kastooriya
प्रयास जारी रखें
प्रयास जारी रखें
Mahender Singh Manu
वो तुम्हें! खूब निहारता होगा ?
वो तुम्हें! खूब निहारता होगा ?
The_dk_poetry
गीत- अमृत महोत्सव आजादी का...
गीत- अमृत महोत्सव आजादी का...
डॉ.सीमा अग्रवाल
शादी अगर जो इतनी बुरी चीज़ होती तो,
शादी अगर जो इतनी बुरी चीज़ होती तो,
पूर्वार्थ
मेरे दिल के करीब
मेरे दिल के करीब
Dr fauzia Naseem shad
जितनी मेहनत
जितनी मेहनत
Shweta Soni
समय के पहिए पर कुछ नए आयाम छोड़ते है,
समय के पहिए पर कुछ नए आयाम छोड़ते है,
manjula chauhan
जब भी तेरा दिल में ख्याल आता है
जब भी तेरा दिल में ख्याल आता है
Ram Krishan Rastogi
दोलत - शोरत कर रहे, हम सब दिनों - रात।
दोलत - शोरत कर रहे, हम सब दिनों - रात।
Anil chobisa
बिटिया और धरती
बिटिया और धरती
Surinder blackpen
सामाजिक रिवाज
सामाजिक रिवाज
Anil "Aadarsh"
*** चल अकेला.......!!! ***
*** चल अकेला.......!!! ***
VEDANTA PATEL
फ़साने
फ़साने
अखिलेश 'अखिल'
तुम पलाश मैं फूल तुम्हारा।
तुम पलाश मैं फूल तुम्हारा।
Dr. Seema Varma
शिक्षक
शिक्षक
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
बहुत समय बाद !
बहुत समय बाद !
Ranjana Verma
Loading...