Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jan 2017 · 1 min read

* मैं महक हूं *

मैं महक हूं बस तूं मुझे महसूस कर
दूर हूं पर पास दिल से महसूस कर
एक दिन ये ख़्वाब ही हक़ीक़त बने
जाफ़रानी खुशबू ना दिल से दूर कर।।
?मधुप बैरागी

Language: Hindi
641 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from भूरचन्द जयपाल
View all
You may also like:
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
वैविध्यपूर्ण भारत
वैविध्यपूर्ण भारत
ऋचा पाठक पंत
ठहर गया
ठहर गया
sushil sarna
"प्यार का सफ़र" (सवैया छंद काव्य)
Pushpraj Anant
★संघर्ष जीवन का★
★संघर्ष जीवन का★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
‌everytime I see you I get the adrenaline rush of romance an
‌everytime I see you I get the adrenaline rush of romance an
Sukoon
कोन ल देबो वोट
कोन ल देबो वोट
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
जीवन का मकसद क्या है?
जीवन का मकसद क्या है?
Buddha Prakash
“WE HAVE TO DO SOMETHING”
“WE HAVE TO DO SOMETHING”
DrLakshman Jha Parimal
🙏🙏सुप्रभात जय माता दी 🙏🙏
🙏🙏सुप्रभात जय माता दी 🙏🙏
Er.Navaneet R Shandily
मन की पीड़ा
मन की पीड़ा
पूर्वार्थ
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जिंदगी का ये,गुणा-भाग लगा लो ll
जिंदगी का ये,गुणा-भाग लगा लो ll
गुप्तरत्न
दादी की कहानी (कविता)
दादी की कहानी (कविता)
दुष्यन्त 'बाबा'
■ शायद...?
■ शायद...?
*Author प्रणय प्रभात*
दुआ नहीं मांगता के दोस्त जिंदगी में अनेक हो
दुआ नहीं मांगता के दोस्त जिंदगी में अनेक हो
Sonu sugandh
आप जिंदगी का वो पल हो,
आप जिंदगी का वो पल हो,
Kanchan Alok Malu
नए साल के ज़श्न को हुए सभी तैयार
नए साल के ज़श्न को हुए सभी तैयार
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
" आज़ का आदमी "
Chunnu Lal Gupta
मेरी कविताएं पढ़ लेना
मेरी कविताएं पढ़ लेना
Satish Srijan
🍁अंहकार🍁
🍁अंहकार🍁
Dr. Vaishali Verma
यातायात के नियमों का पालन हम करें
यातायात के नियमों का पालन हम करें
gurudeenverma198
लोककवि रामचरन गुप्त के लोकगीतों में आनुप्रासिक सौंदर्य +ज्ञानेन्द्र साज़
लोककवि रामचरन गुप्त के लोकगीतों में आनुप्रासिक सौंदर्य +ज्ञानेन्द्र साज़
कवि रमेशराज
मेरी जाति 'स्वयं ' मेरा धर्म 'मस्त '
मेरी जाति 'स्वयं ' मेरा धर्म 'मस्त '
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मेरी तो धड़कनें भी
मेरी तो धड़कनें भी
हिमांशु Kulshrestha
अपनी मर्ज़ी के
अपनी मर्ज़ी के
Dr fauzia Naseem shad
हमारा जन्मदिवस - राधे-राधे
हमारा जन्मदिवस - राधे-राधे
Seema gupta,Alwar
प्यार
प्यार
Anil chobisa
राजनीति
राजनीति
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*दुखड़ा कभी संसार में, अपना न रोना चाहिए【हिंदी गजल/गीतिका】*
*दुखड़ा कभी संसार में, अपना न रोना चाहिए【हिंदी गजल/गीतिका】*
Ravi Prakash
Loading...