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4 Dec 2020 · 1 min read

श्रंगार छन्द

श्रंगार छन्द
16मात्राएँ

लगा दो मेरी नैया पार।
आस ले आया तेरे द्वार।
करूँ मैं बिनती बारम्बार।
मुझे कर देना भव से पार।

हुआ माँ दास बड़ा लाचार।
करो अब बिनती तुम स्वीकार।
करो सब सपने माँ साकार।
यही है तुमसे अब दरकार।

अभिनव मिश्र अदम्य

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 333 Views
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