Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Mar 2019 · 1 min read

चाहत

बड़े खूबसूरत से नगमे इश्क़ के, गुलज़ारो में सुनता हूँ!
मोहब्बत के बिखरते रंग हरेक, इश्तहारों में सुनता हूँ!!
वही सुन प्यार करने की खता, हम कुछ ऐसे कर बैठे!
कि अपना नाम भी मैं अब तो, गुनहगारों में सुनता हूँ!!

तेरी खुशहाली की भनक अब, लगने देती नही हवाएं!
हाँ तेरे शहर की हलचल सदा, अखबारों में सुनता हूँ!!
वो तेरी बातें अब भी अक्सर मुझे, याद आती रहती है!
तेरे शब्दो को तेरी भाषा के जो, समाचारों में सुनता हूँ!!

कभी दिल चाहता है खत्म कर दूं, यह शोर धड़कन की!
मगर अफसोस तेरे किस्से इन्ही, गलियारों में सुनता हूँ!!
कभी तू खुद ही कह देगी कि, तोड़ दो हर दी हुई कसमें!
इसी चाहत में लगा कान, पथरीली दीवारों में सुनता हूँ!!

©® पांडेय चिदानंद “चिद्रूप”
(सर्वाधिकार सुरक्षित ०४/०३/२०१८ )

Language: Hindi
3 Likes · 219 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सीखा दे ना सबक ऐ जिंदगी अब तो, लोग हमको सिर्फ मतलब के लिए या
सीखा दे ना सबक ऐ जिंदगी अब तो, लोग हमको सिर्फ मतलब के लिए या
Rekha khichi
अरे सुन तो तेरे हर सवाल का जवाब हूॅ॑ मैं
अरे सुन तो तेरे हर सवाल का जवाब हूॅ॑ मैं
VINOD CHAUHAN
सत्य और सत्ता
सत्य और सत्ता
विजय कुमार अग्रवाल
आ भी जाओ
आ भी जाओ
Surinder blackpen
समय को पकड़ो मत,
समय को पकड़ो मत,
Vandna Thakur
★साथ तेरा★
★साथ तेरा★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
हां मैं पागल हूं दोस्तों
हां मैं पागल हूं दोस्तों
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
प्रकृति का बलात्कार
प्रकृति का बलात्कार
Atul "Krishn"
মন এর প্রাসাদ এ কেবল একটাই সম্পদ ছিলো,
মন এর প্রাসাদ এ কেবল একটাই সম্পদ ছিলো,
Sukoon
ऐसे लहज़े में जब लिखते हो प्रीत को,
ऐसे लहज़े में जब लिखते हो प्रीत को,
Amit Pathak
*सीधेपन से आजकल, दुनिया कहीं चलती नहीं (हिंदी गजल/गीतिका)*
*सीधेपन से आजकल, दुनिया कहीं चलती नहीं (हिंदी गजल/गीतिका)*
Ravi Prakash
सही कहो तो तुम्हे झूटा लगता है
सही कहो तो तुम्हे झूटा लगता है
Rituraj shivem verma
जन्मपत्री / मुसाफ़िर बैठा
जन्मपत्री / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
क्यूं हँसते है लोग दूसरे को असफल देखकर
क्यूं हँसते है लोग दूसरे को असफल देखकर
Praveen Sain
अब मत खोलना मेरी ज़िन्दगी
अब मत खोलना मेरी ज़िन्दगी
शेखर सिंह
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
कुदरत है बड़ी कारसाज
कुदरत है बड़ी कारसाज
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तुम जीवो हजारों साल मेरी गुड़िया
तुम जीवो हजारों साल मेरी गुड़िया
gurudeenverma198
हौसले हो अगर बुलंद तो मुट्ठि में हर मुकाम हैं,
हौसले हो अगर बुलंद तो मुट्ठि में हर मुकाम हैं,
Jay Dewangan
दूर नज़र से होकर भी जो, रहता दिल के पास।
दूर नज़र से होकर भी जो, रहता दिल के पास।
डॉ.सीमा अग्रवाल
बाल मन
बाल मन
लक्ष्मी सिंह
तकलीफ ना होगी मरने मे
तकलीफ ना होगी मरने मे
Anil chobisa
"फेड्डल और अव्वल"
Dr. Kishan tandon kranti
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
चुनौती
चुनौती
Ragini Kumari
बारिश का मौसम
बारिश का मौसम
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
23/72.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/72.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
🕉️🌸आम का पेड़🌸🕉️
🕉️🌸आम का पेड़🌸🕉️
Radhakishan R. Mundhra
मेरी आरज़ू है ये
मेरी आरज़ू है ये
shabina. Naaz
-- धरती फटेगी जरूर --
-- धरती फटेगी जरूर --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
Loading...