Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Sep 2019 · 1 min read

“महत्वपूर्ण यादगार लम्हा” (हिंदी दिवस) #100 शब्दों की कहानी#

मेरा नौकरी का सफर शुरू हुआ ही था, उपायुक्त द्वारा विद्यालय-प्रशासन, आरटीआई एवं राजभाषा हिंदी का कार्य सौंपा, कहा आप हिंदी में यह कार्य सरलता पूर्वक कर सकतीं हैं, उस दिन स्वयं को गौरवान्वित महसूस किया, देश की सम्माननीय भाषा में कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ, जिसमें मेरी रूचि प्रारंभ से रही है ।

कार्यालय में हिंदी-पखवाड़ा मनाने के अंतर्गत विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित होनी थी, अधिकारियों के प्रेरित करने पर मैंने प्रथम बार स्वरचित कविता सुनाई । हिंदी दिवस पर हिंदी-अधिकारी द्वारा कार्य की व्यस्तता के दौरान मुंशी प्रेमचंद की पुस्तक आश्चर्यजनक-पुरस्कार से सम्मानित किया,वह लम्हा महत्वपूर्ण यादगार बना।

Language: Hindi
1 Like · 207 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Aarti Ayachit
View all
You may also like:
प्यार का तेरा सौदा हुआ।
प्यार का तेरा सौदा हुआ।
पूर्वार्थ
जो कभी मिल ना सके ऐसी चाह मत करना।
जो कभी मिल ना सके ऐसी चाह मत करना।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
हर बात हर शै
हर बात हर शै
हिमांशु Kulshrestha
बनाकर रास्ता दुनिया से जाने को क्या है
बनाकर रास्ता दुनिया से जाने को क्या है
कवि दीपक बवेजा
इस गुज़रते साल में...कितने मनसूबे दबाये बैठे हो...!!
इस गुज़रते साल में...कितने मनसूबे दबाये बैठे हो...!!
Ravi Betulwala
गरीबों की झोपड़ी बेमोल अब भी बिक रही / निर्धनों की झोपड़ी में सुप्त हिंदुस्तान है
गरीबों की झोपड़ी बेमोल अब भी बिक रही / निर्धनों की झोपड़ी में सुप्त हिंदुस्तान है
Pt. Brajesh Kumar Nayak
मेरी जिंदगी भी तुम हो,मेरी बंदगी भी तुम हो
मेरी जिंदगी भी तुम हो,मेरी बंदगी भी तुम हो
कृष्णकांत गुर्जर
जय श्री राम
जय श्री राम
Er.Navaneet R Shandily
*अनगिनत किस्से-कहानी आम हैं (हिंदी गजल/ गीतिका)*
*अनगिनत किस्से-कहानी आम हैं (हिंदी गजल/ गीतिका)*
Ravi Prakash
मुक्तक
मुक्तक
sushil sarna
💐प्रेम कौतुक-256💐
💐प्रेम कौतुक-256💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
गुमनामी ओढ़ लेती है वो लड़की
गुमनामी ओढ़ लेती है वो लड़की
Satyaveer vaishnav
I am Me - Redefined
I am Me - Redefined
Dhriti Mishra
समय
समय
Dr. Pradeep Kumar Sharma
" लो आ गया फिर से बसंत "
Chunnu Lal Gupta
बारिश पर लिखे अशआर
बारिश पर लिखे अशआर
Dr fauzia Naseem shad
कविता
कविता
Rambali Mishra
मजदूर हैं हम मजबूर नहीं
मजदूर हैं हम मजबूर नहीं
नेताम आर सी
Rap song (3)
Rap song (3)
Nishant prakhar
एक डरा हुआ शिक्षक एक रीढ़विहीन विद्यार्थी तैयार करता है, जो
एक डरा हुआ शिक्षक एक रीढ़विहीन विद्यार्थी तैयार करता है, जो
Ranjeet kumar patre
जय बोलो मानवता की🙏
जय बोलो मानवता की🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मंजिलों की तलाश में, रास्ते तक खो जाते हैं,
मंजिलों की तलाश में, रास्ते तक खो जाते हैं,
Manisha Manjari
दिखा तू अपना जलवा
दिखा तू अपना जलवा
gurudeenverma198
अपनों की जीत
अपनों की जीत
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस
अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
दोहे-
दोहे-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
"मुस्कान"
Dr. Kishan tandon kranti
माता शबरी
माता शबरी
SHAILESH MOHAN
नन्हीं - सी प्यारी गौरैया।
नन्हीं - सी प्यारी गौरैया।
Anil Mishra Prahari
खोट
खोट
GOVIND UIKEY
Loading...