— मम्मी अच्छी ही होती है —
मम्मी सब की ही होती है
मम्मी सब से अच्छी ही होती है
भला ही गुस्सा करे वो तुम पर ,
पर मम्मी दिल की बुरी नही होती है
जरा सा तुम मुख मोड़ के देखो
उस के दिल पर क्या क्या गुजरती है
खुद भला ही रह जाए भूखी
पर हर वक्त सीने से लगाए वो तुम्हे सोती है !!
घर को भला ही कूड़ा घर बना डालो तुम
अपनी आँखों से प्यार का वार कर देती है
जब तक न देख ले चेहरा अपनी औलाद का
चैन से कहाँ वो रात को फिर सोती है !!
मम्मी बुरी नही अच्छी ही होती है
घर न पहुँचो अगर समय से तुम
भटक भटक कर घर में बेचैन होती है
पाकर तुमको झट से ख़ुशी के आंसू वो रोती है !!
अजीत कुमार तलवार
मेरठ