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28 Jan 2017 · 1 min read

मन

कभी कभी तन्हाई भी खूबसूरत लगती है और कभी किसी के साथ को मन बेकरार होता है,कभी कभी मन ओढ़ लेता है नक़ाब बेसाख्ता और कभी किसी पर खुद को निसार करने को जी चाहता है।

Language: Hindi
1 Comment · 718 Views
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